औरंगाबादः जिले में कुष्ठ रोगियों की संख्या घटाने के लिए कुष्ठ निवारण अभियान शुरू किया गया है. जहां 398 रोगियों की पहचान कर उनका इलाज किया गया. कुष्ठ निवारण अभियान के तहत सदर अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित मेले का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. अकरम अली ने फीता काटकर किया. स्वास्थ्य मेले में कुष्ठ रोगियों की जांच कर दवा, सेल्फ कीट, बैशाखी आदि बांटे गए और बचाव के तौर-तरीके बताए गए.
कुष्ठ लाइलाज नहीं
सीएस ने कहा कि कुष्ठ रोग रोगाणुओं से होने वाली साधारण बीमारी है, जो चमड़े और तंत्रिकाओं को प्रभावित करता है. चमड़े के सूनापन वह किसी तरह के दाग धब्बे दिखे, तो तुरंत क्षेत्रीय आशा एएनएम से संपर्क करें. इसके लिए हर पीएचसी में जांच और दवा की मुफ्त व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि एमडीटी दवा के माध्यम से कुष्ठ रोग को मिटाया जा सकता है.
398 रोगी चिन्हित किए गए
सीएस ने बताया कि अभियान चलाकर जिले में 398 कुष्ठ रोगियों की पहचान की गई है, जिनका इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि स्लम एरिया में मरीजों की संख्या अधिक है. हालांकि लोगों में जागरूकता आ रही है और लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं.