औरंगाबाद: जिले में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने बड़े पैमाने पर जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है. लेकिन स्वास्थ्य कर्मी इस पर नियंत्रण पाने को लेकर लापरवाह बने बैठे हैं. दरअसल, जांच का काम ख़त्म हो जाने के बाद इस्तेमाल किये गए पीपीई किट और ग्लव्स के अलावा अन्य मेडिकल वेस्ट को जहां-तहां फेंक दिया जा रहा है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा ओर भी बढ़ गया है.
लापरवाही दिखा रहे स्वास्थ्य कर्मी
हसपुरा प्रखंड मुख्यालय की सब्ज़ी मंडी के पास चबूतरे पर तीन दिवसीय कोरोना जांच शिविर लगाया गया था. वहीं, शिविर की समाप्ति के बाद जांच कर्मियों ने यूज्ड पीपीई किट और अन्य सामग्रियों को उसी चबूतरे पर छोड़ दिया, जहां हर रोज सैंकड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है. जबकि, नियमानुसार जांच संबंधी सभी वेस्ट को लेकर वापस हेडक्वार्टर लौटना होता है और इसे डिस्पोज करने के लिए विशेष तौर पर नियुक्त वेंडर को सौंपना होता है, लेकिन जांच टीम के कर्मियों द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है.
वहीं, औरंगाबाद जिले के जिला पदाधिकारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि ऐसा करना बिल्कुल ही ग़लत है और दोषी कर्मियों को चिन्हित कर उन पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा कि इसे लेकर सख्त निर्देश भी दिए गए हैं.