औरंगाबाद: जिले में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर का डीएम सौरभ जोरीवाल ने निरीक्षण किया. हालांकि, जांच के दौरान वे केंद्र पर मिल रही सुविधाओं से संतुष्ट दिखे. मौके पर उन्होंने सेंटर में रह रहे लोगों से फिडबैक भी लिया. फिडबैक के बाद उन्होंने केंद्र पर तैनात अधिकारियों को कई अहम निर्देश भी दिए.
व्यवस्था से संतुष्ट दिखे डीएम
बता दें कि जिले में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए डीएम सौरभ जोरवाल जिला प्रशासन की टीम के साथ लगातार कार्यरत हैं. राज्य सरकार के निर्देश के बाद जिले में बाहर के प्रदेशों से वापस आने वाले मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर का निर्माण कराया गया है. जिले में बनाए गए कई केंद्र को लेकर डीएम सौरभ जोरवाल को कुछ शिकायतें मिल रही थी. जिसेक बाद उन्होंने बारुण प्रखंड के गोठौली पंचायत में बने दो क्वॉरेंटाइन सेंटर का दौरा किया. मौके पर उन्होंने केंद्र पर रह रहे कई मजदूरों से उनका हालचाल और असुविधाओं के बारें में जाना. बता दें कि इन केंद्रों पर रहने बिहार के बाहर से आने वाले लोगों के लॉकडाउन के दौरान 14 दिनों तक रखने की व्यवस्था है. केंद्र पर रहने वाले मजदूरों के लिए भोजन से लेकर मेडिकल की तमाम सुविधाएं मुफ्त में है.
मॉक ड्रिल का किया गया आयोजन
ईटीवी भारत से बात करते हुए डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि बिहार वापस आने वाले मजदूरों के लिए जिले में 206 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए है. जहां उनके रहने से लेकर मेडिकल तक की तमाम सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध है. केंद्र पर रह रहे मजदूरों से फिडबैक लिया गया है. जिस केंद्र पर भी कोई कमी पाई जाती है. उसे तत्काल सुधारने के आदेश दिए जा रहे हैं. डीएम ने बताया कि कोरोना संदिग्धों से मिलने के स्थिति में किस तरह से कार्य करना है. इसको लेकर एक मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया गया. मॉक ड्रिल में स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. मॉक ड्रिल पुरी तरह से सफल रहा.
एसपी और अन्य अधिकारी भी रहे मौजूद
इस मौके पर डीएम सौरभ जोरवाल के अलावे उनके साथ जिला पुलिस कप्तान दीपक वर्णवाल, डीडीसी अंशुल कुमार, बारूण सीओ बसन्त कुमार राय, बीडीओ संजय कुमार, थाना प्रभारी रंजय कुमार और स्थानीय मुखिया रामजीवन पासवान समेत कई गणमाण्य लोग मौजूद रहे.