औरंगाबाद: निर्भया कांड के चारों दोषियों को हुए फांसी की सजा के बाद से औरंगाबाद में भी हलचल है. हलचल का कारण है कि एक आरोपी अक्षय ठाकुर जिले का ही रहने वाला है. लेकिन यहां के नागरिकों ने कोर्ट के फांसी के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बहुत सही फैसला दिया है. इन दोषियों को बहुत पहले ही फांसी हो जानी चाहिए थी.
बता दें कि साल 2012 में हुए निर्भया कांड ने पूरे देश को हिला दिया था. इस कांड के बाद देश में एक नए आंदोलन का शुरुआत हुई थी. जिसके बाद से सभी दोषी गिरफ्तार हुए थे. जिसमें एक नाबालिक था और एक ने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी. कुल बचे 4 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा सुना दी थी. वहीं, 7 जनवरी को इस मामले पर डेथ वारंट जारी कर दिया गया है.
कोर्ट के फैसले से खुशी का माहौल
आरोपियों को फांसी देने की तिथि मुकर्रर होने से यहां के स्थानीय निवासी बहुत खुश हैं. वो चाहते हैं कि फांसी का डेट और आगे ना बढ़े. आरोपियों को तत्काल फांसी दी जाए. वहीं, छात्र नेता याशिका सिंह और सुप्रिया सिंह ने कहा कि उन्हें दुख है कि आरोपी उन्हीं के जिले का रहने वाला है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से वो काफी खुश है. हलांकि सुप्रीम कोर्ट ने फैसले देने में देर कर दी. फिर भी अब और तिथि आगे नहीं बढ़नी चाहिए.