औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद में बच्चों को लेकर ड्यूटी करना महिला पुलिसकर्मियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. इन्हीं चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए औरंगाबाद पुलिस लाइन में पालना घर का निर्माण किया गया है. जिसका उद्घाटन जिले की एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने किया. पालना घर बनने के बाद अब महिला पुलिसकर्मी बेफिक्र होकर अपनी ड्यूटी निभाएंगी और वापस जाते समय अपने बच्चों को घर लेकर चली जाएंगी.
महिला पुलिसकर्मियों के लिए नई पहल: छोटे बच्चों वाली महिला पुलिस कर्मियों को ड्यूटी में सुविधा देने के हिसाब से बिहार सरकार द्वारा जिले के पुलिस लाइन में पालना घर का निर्माण कराया गया है. जिसका उद्घाटन एसपी स्वप्न गौतम मेश्राम ने किया. पालना घर में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बच्चों की देख-रेख के लिए महिला पुलिसकर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है. उनकी सेफ्टी के हिसाब से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बच्चों के खेलने एवं मनोरंजन के लिए संसाधन उपलब्ध कराये गये हैं.
सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर: इस अवसर पर पुलिस केंद्र के पुलिस उपाधिक्षक आकाश कुमार यादव एवं प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक रेणु कुमारी मौजूद रहे. इस संबंध में एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि "अपने कर्तव्यों का पालन करने के दौरान महिला पुलिसकर्मियों को हमेशा घर में रह रहे अपने बच्चों की चिंता रहती थी लेकिन अब उनकी यह चिंता खत्म हो गई है. पालना घर में बच्चों के खेलने से लेकर पढ़ाई की व्यवस्था की गई है. यहां पर बच्चों की देखभाल के लिए महिला पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके."
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