औरंगाबाद: माध्यमिक विद्यालयों के लिए बिहार राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा जिले में छिटपुट हुड़दंग के बीच शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गई. शहर के सिन्हा कॉलेज में पर्चा लीक की अफवाह के बाद हुए हुड़दंग को छोड़ दें, तो सभी 11 परीक्षा केंद्रों पर बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से करा ली गई.
3618 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में लिया भाग
माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन बिहार के सभी जिलों में किया. बिहार राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए औरंगाबाद में 11 केंद्र बनाए गए थे, जहां 3618 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया. बिहार में माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन साल 2012 के बाद पहली बार हो रहा है. हालांकि इससे पहले प्राथमिक और मध्य विद्यालय तक के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन हो चुका था, लेकिन माध्यमिक विद्यालयों के लिए आयोजन नहीं हुआ था.
सिन्हा कॉलेज में पर्चा लीक की अफवाह
शहर के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में सुबह की पाली में पर्चा लीक होने की अफवाह फैला थी, जिसके विरोध में छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार भी किया था. लेकिन जांच के बाद मामला फर्जी पाया गया. जिसके बाद दोबारा परीक्षा का आयोजन किया गया. बता दें कि बिहार भर में माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है. सरकार की ओर से टीईटी परीक्षा नियमित रूप से ली जानी चाहिए, लेकिन सरकार ने 8 साल बाद इस परीक्षा का आयोजन किया.