औरंगाबादः जिले में कोरोना वायरस संक्रमण को 7 मरीज मिले है. जिसके बाद प्रशासन ने 18 संदिग्ध गांवों में बैरिकेडिंग कर आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है. जिसके बाद दर्जन भर दूसरे गांवों के लोगों ने भी ऐहतियातन अपने गावों में बैरिकेडिंग की है. गांव में आने-जाने वालों पर रोक लगा दी गई है.
ग्रामीणों ने की बैरिकेडिंग
दाउदनगर प्रंण्ड के बड़का बिगहा गांव में युवकों ने चारों तरफ से बैरियर लगा दिया है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव अभी तक कोरोना के खतरे से सुरक्षित है. यहां बाहर से आने वाले लोगों से खतरा बना हुआ था. इसलिए हमलोगों ने मिलकर यह फैसला लिया है. दाउदनगर प्रखंड के ही गोस्वामी टोला में भी लोगों ने बैरियर लगाकर रास्ता ब्लॉक कर दिया है.
कोरोना वॉरियर पर पुष्पवर्षा
बारुण प्रखण्ड के बारुण पंचायत के वार्ड नंबर 5 के प्रतिनिधि मनोज प्रजापति ने पूरे वार्ड के गलियों में बैरिकेडिंग की है. बैरिकेडिंग से पहले ढोल बजाकर जनता के बीच कोरोना वायरस से सावधान होने के लिए प्रचार-प्रसार किया गया. लोगों को बताया गया कि हमारे जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सभी लोग अपने-अपने घरों में रहें.
मनोज प्रजापति के इस पहल को देखते हुए स्थानीय लोगों ने उन्हें कोरोना वॉरियर्स बताकर उनपर फूलों की बारिश की. नवीनगर प्रखंड के थुम्बी गांव में भी ग्रामीणों ने रास्ते ब्लॉक कर दिए हैं.
गांव में आवागमन पर रोक
इसके अलावा रफीगंज प्रखंड के रेगनियां गांव के बाहर रोड पर बैरियर लगाकर आवागमन बंद कर दिया. ग्रामीण पंचम सिंह ने बताया गया कि जिले में जिस तरह से कोरोना बढ़ रहा है, उसके मद्देनजर ग्रामीणों ने यह फैसला लिया है.