आरा: बिहार के आरा में एक निजी क्लीनिक की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए बीजेपी सांसद सुशील सिंह (BJP MP Sushil Singh) ने राजनीति से जुड़े कई सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सत्ताधारी दल के नेताओं की ओर से बयान दिए जा रहे हैं, उसको मैं कभी दोहरा नहीं सकता लेकिन इस तरह के बयान से उनकी मानसिकता का पता चलता है. बीजेपी सांसद ने कहा कि देश की सेवा में अपनी जान गंवाने वाले जवानों के सम्मान के प्रति क्या सोंच रखते हैं और उनकी सोच समाज के साथ-साथ देशहित में निंदनीय है.
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जीतनराम मांझी पर सुशील सिंह का पलटवार: वहीं, वहीं अगड़ी जाति पर जीतनराम मांझी के बयान को सुशील सिंह ने शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा कि ये बयान मांझी का वैचारिक दिवालियापन को दर्शाता है. जब किसी व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है तो कुछ लोग इस तरह का उलूल-जुलूल बातें करते हैं. ये एक पूरे सामाज के प्रति निम्न स्तरीय घटिया बयान है. जिसका हम और पूरा समाज इसका विरोध भी करेगा. वोट की राजनीति सब कोई करता है लेकिन इस तरह का बयान देना बहुत ही घटिया मानसिकता को दर्शाता है.
चंद्रशेखर पर भड़के सुशील सिंह: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के द्वारा फिर से रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान पर सुशील सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर खुद ही कूड़ा-कचरा हैं. वो केवल मीडिया में सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. रामचरितमानस एक प्रमुख ग्रंथ नहीं है बल्कि वह करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है. दुर्भाग्य है कि चंद्रशेखर जिन बातों को लेकर बयान दे रहे हैं, वो इस बात के सही अर्थ को समझ ही नहीं रहें हैं. अगर वो मेरे सामने आते तो मैं उनको उसका अर्थ और भावार्थ क्या है, उनको मैं समझा देता लेकिन वह समझ कर भी उसे समझना नहीं चाहते हैं. वह सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए मीडिया में बने रहने के लिए वो इस तरह के बयानबाजी कर रहे हैं, जो उनका दिमागिया तौर पर संतुलन बिगड़ गया है. इसलिए वह इस तरह की उलूल जुलूल बातें कर रहे हैं.