भोजपुर: आज छठ महापर्व का तीसरा दिन है. शाम में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. लिहाजा घाटों पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. घाटों पर लाइट की पूरी व्यवस्था की गई है ताकि किसी को परेशानी ना हो.
घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सुरक्षा के लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है. छठ व्रतियों को किसी प्रकार का दिक्कत ना हो इसके लेकर प्रमुख घाटों पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. कोरोना काल में पहली बार छठ महापर्व मनाया जा रहा है. ऐसी मान्यता है कि डूबते सूर्य देव को अर्घ्य देने से जीवन में आर्थिक, सामाजिक, मानसिक, शारीरिक रूप से होने वाली हर प्रकार की मुसीबतें हमेशा दूर रहती है.
दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु
चार दिवसीय अनुष्ठान में पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उगते सूर्य अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन हो जाता है. जिले के कोइलवर सोन नदी में छठ करने हर साल भारी संख्या में छठव्रती पहुंचते हैं.
इस साल भी छठ घाट की स्थानीय युवाओं द्वारा साफ-सफाई की जा रही है. वहीं एनडीआरएफ की टीम भी सोन नदी में अनहोनी से निपटने के लिए पहुंच चुकी है. छठ को लेकर पूरे जिले में भक्तिमय माहौल हो गया है.