भोजपुर: कोरोना महामारी(CORONA PANDEMIC) को लेकर बिहार में लॉकडाउन (LOCKDOWN IN BIHAR) है. ऐसे में घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी है. इसके साथ ही शादी समारोह में भीड़ जुटाने पर भी सरकार ने रोक लगा रखी है. इसके बावजूद कुछ लोग लॉकडाउन और कोविड नियमों को ताक पर रखकर शादी समारोह(MARRIAGE CEREMONY) में भीड़ तो जुटा ही रहे हैं, साथ ही तमाम तरह के आयोजन कर उसमे शामिल हो रहे हैं.
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जमकर उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
ऐसा ही नजारा भोजपुर(BHOJPUR) के बिहियां में देखने को मिला. जहां एक युवक के तिलक के दिन स्थानीय लोगों ने परंपरागत तरीके से कोविड के नियमों की परवाह ना करते हुए राह बाबा की पूजा की. इस पूजा में लड़के के परिवार सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए. लेकिन कोई कोविड के नियमों का पालन करता नहीं दिखा. बिहियां के इंग्लिशपुर गांव में आयोजित राह बाबा की पूजा के दौरान लोगों ने जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई.
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पुलिस को नहीं लगी भनक
बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल ना रखते हुए गांव के बधार में भारी भीड़ जमा हुई और पूजा में मौजूद भगत के सामने लोग कोयले की आग पर नंगे पांव चल रहे थे. ये सारे विधान बिहियां पुलिस के सामने हो रहे थी लेकिन पुलिस को इस बात की कोई खबर नहीं थी. लॉकडाउन और कोविड नियमों में शादी समारोह में विधि-विधान करने पर कोई पाबंदी नहीं है. लेकिन भीड़ जुटाने पर रोक जरूर है. लेकिन इन सबसे बे-परवाह इंग्लिशपुर में बुधवार को दिनभर ये पूजा चलती रही और इसे कोई रोकने वाला नही था.
राह बाबा की इस पूजा में आप देख सकते हैं कि किस तरह एक शख्स दो बांस पर काफी ऊंचाई तक चढ़ रहा है और फिर बांस को खींच जमीन तक आ रहा है. इसके बाद परंपरागत तरीके से लोग उसके साथ नाच गाकर राह बाबा की पूजा कर रहे हैं.
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आपको बता दें कि इन तस्वीरों को दिखाकर हम किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं चाहते. लेकिन इन तस्वीरों को देख ये सवाल उठनी लाजिमी है कि सरकारी रोक के बावजूद इंग्लिशपुर में ऐसे आयोजन की इजाजत इन्हें किसने दी ? सवाल ये है की दिनभर चले इस आयोजन की भनक स्थानीय पुलिस को क्यों नहीं लगी ?