आरा: 65वीं बीपीएससी की मेन्स परीक्षा का रिजल्ट (BPSC 65th Mains Exam Result) आया तो सफल होने वाले अभ्यर्थियों के घरों में जश्न मना, लेकिन बिहार का एक परिवार ऐसा है, जिसके यहां रिजल्ट ने बेटे को खोने का जख्म और ताजा कर दिया. भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड के वैसाडीह गांव के विजय शंकर उपाध्याय की आंखों से आंसू थम नहीं रहे. बार-बार बेटे का रिजल्ट देखकर कहते हैं, "काश वह पुलिस की वर्दी पहनने के लिए जिंदा होता".
यह भी पढ़ें- BPSC 65वीं मुख्य परीक्षा का रिजल्ट हुआ जारी, 1142 अभ्यर्थी हुए सफल
कोरोना के चलते हुई थी मौत
विजय शंकर के बेटे अविनाश कुमार की मौत 24 जून को कोरोना के चलते हो गई थी. 65वीं बीपीएससी की मेंस (BPSC Mains) परीक्षा का परिणाम आया तो सफल अभ्यर्थियों में उनका भी नाम था. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद अविनाश की नौकरी लगी थी. उन्होंने जॉब छोड़कर सिविल सर्विसेज की तैयारी का फैसला किया था. अविनाश ने BPSC मेन्स की परीक्षा में सफलता पा ली, लेकिन कोरोना के खिलाफ जिंदगी की जंग हार गए.
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
जवान बेटे की मौत से परिवार पर दुख का पहाड़ टूटा है. रिजल्ट आने के बाद घर में फिर से चीख-पुकार मच गई. परिजनों ने कहा कि हमलोगों ने अविनाश को पुलिस ऑफिसर के रूप में देखने का सपना देखा था. रिजल्ट भी आया, लेकिन जब बेटा ही दुनिया से चला गया तो अब इसका क्या मोल.
24 अप्रैल को रिपोर्ट आई थी पॉजिटिव
परिजन निलेश उपाध्याय ने बताया कि अविनाश ने भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक्स कम्यूनिकेशन में बी टेक किया था. उनका अच्छे पैकेज पर कैम्पस सेलेक्शन हुआ था, लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी. वह सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली गए थे. बीपीएससी 64वीं की मुख्य परीक्षा में वह छंट गए थे. 24 अप्रैल 2021 को अविनाश की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. कुछ दिन इलाज के बाद स्वस्थ होकर वह घर आ गए थे. कुछ दिन बाद उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी. सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
1142 अभ्यर्थी हुए हैं सफल
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 65वीं मुख्य परीक्षा में 1142 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. सफल अभ्यर्थियों के लिए साक्षात्कार का आयोजन जुलाई के आखिरी सप्ताह में किया जाएगा. बीपीएससी 65वीं के 434 पदों के लिए पीटी एग्जाम 15 अक्टूबर 2019 को हुआ था. इसमें 2.5 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे. इनमें से 6500 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई हुए थे. मुख्य परीक्षा का आयोजन 25, 26 और 28 नवंबर 2020 को किया गया.
यह भी पढ़ें- पटना के पीरबहोर इलाके से जुड़े Darbhanga Blast के तार, गिरफ्तार आतंकियों को NIA करेगी पेश