भागलपुर: कोरोना के संक्रमण के कारण पूरी तरह से ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जा रहा है. लेकिन रेलयात्री की लगातार बढ़ती मांग के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने 12 सितंबर से 80 और ट्रेनों के परिचालन को हरी झंडी दे दी है, जिनमें एक विक्रमशिला एक्सप्रेस भी शामिल है. इन ट्रेनों के लिए रिजर्वेशन की प्रक्रिया 10 सितंबर से चालू हो जाएगी. रेलने सुरक्षा के मध्य नजर ट्रेनों में यात्री के लिए रिजर्वेशन जरूरी होगा. वहीं 230 ट्रेनों का आवागमन हो रहा है. इसके अलावा 80 ट्रेनो का परिचना किया जाएगा. इसके साथ दौड़ने वाले स्पेशल ट्रेनों की कुल संख्या 310 हो जाएगी.
बता दें कि 12 सितंबर से भागलपुर से आनंद विहार टर्मिनल के बीच चलने वाले कोविड स्पेशल ट्रेन विक्रमशिला एक्सप्रेस में जनरल, स्लीपर और एसी मिलाकर 22 कोच होंगे. जनरल क्लास की दोनों बोगियों में सफर करने के लिए आरक्षण करना होगा. इसकी आरक्षण कराने की प्रकिया 10 सितंबर से शुरू होगी. 9 तारीख तक आरक्षण संबंधित अधिसूचना स्टेशन को भेज दी जाएगी. स्पेशल ट्रेन का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन से की जाएगी. वहीं 23 मार्च से विक्रमशिला एक्सप्रेस के तीन और एक भागलपुर वार्ड में खड़ी है. परिचालन शुरू होने के आदेश के बाद रेलवे यार्ड में ट्रेन के तीन रैकों रका मेंटेनेंस किया जा रहा है.
अतिरिक्त समय के साथ आना होगा स्टेशन
आरक्षण के लिए भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. यात्री को अब जग गंतव्य तक जाना वहां पता लिखना होगा. दरअसल रेलवे ने यह अनिवार्य कर दिया है. आरक्षण काउंटर पर भी कोविड-19 को लेकर जानकारी चस्पाया गया है. स्पेशल ट्रेन भागलपुर से सुबह 11:15 अपने निर्धारित समय से चलेगी, यात्रियों को ट्रेन की खुलने के समय से डेढ़ घंटे पहले प्लेटफार्म पर पहुंचना होगा. इस दौरान उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी. यात्रियों के लिए माक्स अनिवार्य किया गया है.
ट्रेन के तीन रैकों को किया जा रहा मेंटेनेंस
मालदा डिवीजन के डीआरएम यतेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेन चलने से यात्रियों को राहत मिलेगी, रेल मंत्रालय से भागलपुर से विक्रमशिला एक्सप्रेस को कोविड स्पेशल बनाकर चलने की अनुमति मिली है, जिसके बाद ट्रेन के तीनों रैकों को साफ-सफाई से लेकर जांच पड़ताल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा भागलपुर से होकर देवघर अगरतला एक्सप्रेस भी चलेगी उसको लेकर भी तैयारी चल रही है. वहीं विक्रमशिला एक्सप्रेस के अलावा भागलपुर से होकर एक और ट्रेन अगरतला एक्सप्रेस के परिचालन भी होगा. दोनों ट्रेनों में जनरल, स्लीपर और एसी मिलाकर कुल 22 कोच होंगे.
ट्रेनों में नहीं रहेगी यह सुविधा -
- यात्रियों को खुद ही सामान ट्रेन के कोच तक ले जाना होगा.
- अभी जंक्शन पर कुली की व्यवस्था नहीं रहेगी.
- स्वजन की भी इंट्री प्लेटफार्म पर नहीं होगी. साथ ही
- ट्रेन में चादर तकिया और भोजन भी यात्रियों को नहीं उपलब्द कराई जाएगी.
- पैंट्री कार लगाए गए हैं लेकिन उससे यात्रियों को केवल चाय की सुविधा ही मिल पाएगी.
त्यौहारों में ट्रेन चलाने की मांग
वहीं आने वाले महीनों में 3 बड़े त्यौहार दशहरा, दिवाली और छठ पूजा को लेकर भी शहर में अन्य शहरों के लिए ट्रेन चलाने की मांग उठने लगी है. बता दें कि भागलपुर से आनंद विहार तक ट्रेन चलने की घोषणा के बाद अभी यहां के लोगों ने बेंगलुरु, हावड़ा, मुंबई और रांची के लिए भी ट्रेन चलाने की मांग करने लगे हैं. पूर्व रेलवे जोन के जेएडआरयूसीसी सदस्य सह भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी समिति सदस्य अभय बर्मन, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सचिव आलोक अग्रवाल, मेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अशोक भीवानिवाला, मालदा रेलवे परामर्श दात्री के सदस्य कुंज बिहारी झुनझुनवाला, अश्वनी जोशी मोंटी ने डीआरएम महाप्रबंधक और रेल मंत्री को पत्र लिखकर इन शहरों के लिए ट्रेन चलाने की मांग की है.
विक्रमशिला एक्सप्रेस का ठहराव में बदलाव
12 सितंबर को विक्रमशिला एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से भागलपुर रेलवे स्टेशन से खुलेगी, लेकिन इस बार यह ट्रेन ठहरारव बड़हिया और हाथीदह रेलवे स्टेशन पर नहीं होगा, जबकि इससे पूर्व ट्रेन का ठहराव बड़हिया और हाथीदह स्टेशन पर नियमित रूप से हो रहा था.