भागलपुर: बिहार के भागलपुर में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उनके लिए जिला प्रशासन एवं अस्पतालों में व्यवस्थाएं की जा रही है. इन व्यवस्थाओं से डेंगू पर रोक नहीं लग पा रही है. तिलकामांझी थाना के दरोगा समेत डेंगू के 21 नए मरीज मिले हैं. अब तक भागलपुर में करीब 300 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं.
अस्पताल में डेंगू वार्ड हुआ फुल: एक हफ्ते पूर्व भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने मायागंज अस्पताल का निरक्षण किया था. जिसमे उन्होंने मरीज को परेशानियों का सामना करते देखा और अस्पताल अधीक्षक से मिलकर डेंगू मरीजों के लिए खास व्यवस्था कराई थी. मायागंज अस्पताल में फैब्रिकेटेड वार्ड चालू किया गया था लेकिन इस यह वार्ड 100 बेड का है उसमें भी 76 मरीज भर्ती हो चुके हैं. अब तक कुल 34 मरीज को छुट्टी दी गई है.
एक मरीज के साथ एक ही अटेंडेंट: वहीं मायागंज अस्पताल में एक बेड पर एक मरीज के साथ परिजन रहने की व्यवस्था लागू होने के बाद सुरक्षा गार्ड्स की परेशानी हो रही है. वहीं मरीजों को भी मदद करने में दिक्कतें आ रही है. कारण यह है कि वार्ड के अंदर एक मरीज के साथ एक ही परिजन सपोर्ट के लिए रहेगा. ऐसे में कई बार कमजोर हो चुके मरीजों को बाथरूम ले जाने और अन्य चीजों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
दो लोगों की हुई मौत: बता दें कि डेंगू के मरीज की संख्या कम नहीं हो रही है. भागलपुर में तीन से चार जगह पर डेंगू का हॉटस्पॉट बना हुआ है. शहर के दो मरीजों की मौत हो चुकी है जिसमें की एक छोटी बच्ची है वहीं इसी बीच डेंगू से एक और मरीज की मौत होने की सूचना आ रही है लेकिन इसको लेकर अभी कुछ स्पष्टीकरण नहीं मिल पाया है. वहीं भागलपुर के अन्य अस्पताल में भी जांच के दौरान 16 अन्य डेंगू के मरीज मिले हैं