भागलपुर: स्नातक में एडमिशन प्रक्रिया में हो रहे विलंब से नाराज छात्रों की परेशानी को दूर करने के लिए राज्य भवन में एडमिशन फॉर्म भरवाया गया था. एडमिशन के लिए लिस्ट का प्रकाशन भी ऑनलाइन किया गया था. वहीं, सूची जारी होने में परेशानी और गड़बड़ी की शिकायत यूनिवर्सिटी को मिली थी.
इसी गड़बड़ी के कारण भागलपुर तिलकामांझी यूनिवर्सिटी के टीएनबी कॉलेज के लगभग डेढ़ सौ छात्र के भी नामांकन रद्द कर दिए गए हैं. इसको लेकर शनिवार को एबीवीपी के करीब 30 छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर ए.के. राय से मिलकर समस्या का समाधान करने की मांग की.
छात्रों ने कहा- करेंगे चरणबद्ध आंदोलन
एबीवीपी के छात्र नेताओं ने बताया कि टीएनबी कॉलेज की प्रथम लिस्ट में कई छात्रों का नाम निकला था, सभी छात्रों ने एडमिशन ले लिया था और 2 महीने तक क्लास भी किया था. लेकिन अब कॉलेज प्रशासन ने उन सभी विद्यार्थियों को अवैध घोषित कर दिया है और उन्हें कॉलेज से निकाला जा रहा है. इसी वजह से छात्र शनिवार को कुलपति से मिले और उनसे इस समस्या का जल्द समाधान करने की मांग की. कुश पांडे ने कहा कि यदि 5 दिन के अंदर इस समस्या का समाधान नहीं किया जाता है, तो एबीवीपी इसको लेकर चरणबद्ध आंदोलन करेगा.
'विश्वविद्यालय छात्रों के पक्ष में लेगी निर्णय'
कुलपति डॉ एके राय ने कहा कि इस गड़बड़ी की सूचना मुझे आज ही मिली है. इसको लेकर मैं यूएमआईएस के अधिकारी और कॉलेज के प्रिंसिपल से बात करूंगा. उन्होंने कहा कि यदि यूएमआईएस सिस्टम और अधिकारियों की गलती के कारण छात्रों को परेशानी हुई है, तो उनकी परेशानी को दूर करेंगे. कुलपति ने कहा कि बच्चों के भविष्य का ध्यान रखकर विश्वविद्यालय निर्णय लेगी. यदि बच्चों ने एडमिशन लिया है और उनके पास रसीद है तो विश्वविद्यालय उनके पक्ष में निर्णय लेगी.