भागलपुर: जिले में इलाज के दौरान एक कैदी की मौत हो गई. उसकी मौत जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई है. वहीं, कैदी की मौत के बाद परिजनों ने दाह संस्कार के लिए शव लेने की मांग की लेकिन नहीं दिया गया.
बताया जाता है कि मृतक कैदी रतूली मंडल 91 साल के थे. वे हत्या के आरोप में भागलपुर के केंद्रीय विशेष कारा में बंद थे. बुधवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां हृदय गति रुकने के कारण उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि 20 साल से रतूली मंडल अपने बेटे बौकू मंडल के साथ हत्या के मामले में सजा काट रहा था.
मुखाग्नि देने के लिए पैरोल पर रिहा होगा बेटा
इस मामले को लेकर जगदीशपुर अंचलाधिकारी सोनू भगत ने कहा कि रतूली मंडल की मौत के बाद उसको मुखाग्नि देने वाला जेल के बाहर कोई नहीं है. उसका बेटा भी इसी के साथ सजा काट रहा था. मुखाग्नि देने के लिए उसके बेटे को पैरोल पर रिहा करने की अपील कोर्ट से की जाएगी. तब तक रतूली मंडल का शव अस्पताल में सुरक्षित रखा जाएगा. इलाज के दौरान अस्पताल में मौत के कारण बरारी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पुलिस की लापरवाही
वहीं, भागलपुर पुलिस की एक बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां पुलिस की लापरवाही के कारण दुष्कर्म के प्रयास के आरोपी मोहम्मद गुलरेज पॉक्सो कोर्ट में पेशी के लिए लाने के दौरान चकमा देकर फरार हो गया.
आरोपी फरार
वहीं, इस बारे में सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज ने ईटीवी भारत संवाददाता से फोन पर बातचीत में कहा कि हबीबपुर थाना में दर्ज पॉक्सो एक्ट का एक अभियुक्त मोहम्मद गुलरेज पॉस्को को कोर्ट के पास से हथकड़ी छुड़ा कर भाग गया है. इस बाबत जोगसर थाने में अलग से एक केस दर्ज कराया गया है. फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विशेष टीम गठित कर छापेमारी कर रही है. वहीं सिटी एसपी ने कहा कि आरोपी को कोर्ट ला रहे पुलिस अधिकारी और जवान के विरुद्ध जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.