भागलपुर: जिले के नारायणपुर प्रखंड में दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाया गया था. जिसे 15 जून के बाद समाप्त कर दिया गया. हालांकि इस सेंटर के संचालक को जिला प्रशासन की ओर से सेंटर चलाने के पैसे नहीं दिए गए हैं. इसी कारण से क्वारंटीन सेंटर के ठेकेदार ने उचित राशि नहीं मिलने पर आत्महत्या करने की चेतावनी दी है.
बता दें कि जिले के नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार ने नारायणपुर के पीटीईसी नगरपारा क्वारंटीन सेंटर का निरीक्षण किया. उन्होंने इस जगह पर प्रवासी मजदूरों के लिए समुचित व्यवस्था और देखभाल करने के लिए वहां के लोकल ठेकेदार नीरज कुमार सिंह को काम सौंपा. लेकिन क्वारंटीन सेंटर समाप्त करने के बाद नीरज कुमार को सेंटर चलाने के पैसे नहीं दिए गए. जिससे वो काफी परेशान है.
40 लाख का हो रहा है नुकसान
क्वारंटीन सेंटर के ठेकेदार नीरज ने कहा कि उसे सेंटर चलाने के लिए एक लेटर जारी किया गया था. जिसके बाद कुछ राशि भी दी गई थी. वहीं राशि खत्म हो जाने के बाद उसने लेटर दिखाकर दुकानदार और रसोइयों से उधार लेकर सेंटर पर व्यवस्था प्रदान करवाया. लेकिन जब सेंटर को बंद किया गया तो उसे जिला प्रशासन की ओर से जो लेटर और राशि मिली वो काफी कम है. उसे करीब 40 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है. इस नुकसान का भरपाई वो कहां से करेगा.
डीएम से करेगा मुलाकात
इसके अलावे नीरज ने कहा कि वो इस मामले को लेकर जिलाधिकारी प्रणव कुमार से मुलाकात करेगा और उसे अपनी समस्याओं से अवगत करवाएंगे. अगर उसकी समस्याओं का सामाधान नहीं किया जाएगा तो वो आत्महत्या कर लेगा. क्योंकि अब घर पर भी रहना मुश्किल हो गया है. जिनका उधार बकाया है वो लोग घर पर आकर भला बुरा कह रहे हैं. इस महामारी में इतना सेवा करने के बाद भी हमें ये फल मिल रहा है.