पटना: बिहार के मोकामा से पूर्व विधायक और बाहुबली अनंत सिंह पर फायरिंग मामले में पुलिस ने 3 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोपों के मुताबिक अनंत सिंह पर सोनू मोनू गैंग ने हमला किया. इस हमले में अनंत सिंह बाल-बाल बच गए. आखिर कौन है सोनू मोनू और इनकी दोनों भाई की अनंत सिंह से क्या दुश्मनी है?
गैंगवार पर सोनू सिंह ने क्या कहा? : बाहुबली अनंत सिंह पर फायरिंग को लेकर सोनू सिंह बताते है कि अनंत सिंह से हमारी कोई अदावत नहीं है, मैं विवेका पहलवान का शिष्य हूं. उन्होंने पुत्र जैसा मेरा पालन पोषण किया. पढ़ने लिखने, खाने पीने में सहयोग किया. हम लोग गरीब थे. लेकिन आज भी हमारे घर में प्रतिष्ठित और शिक्षित लोग हैं. हमारे पिता, चाचा और भाई सभी गजटेड अफसर है.
''एक व्यक्ति है मनोज मानिक गिरोह, जो ईनामी है. दूसरा टिट्टू धमाका. एक उनके (अनंत सिंह) राइट साईड में बैठा था, दूसरा लेफ्ट में बैठा था. इन दोनों के साथ वे गांव पहुंचे थे.'' - सोनू सिंह
आखिर मुकेश सिंह कौन है? : मुकेश सिंह के घर में ताला लगाने की बात पर सोनू सिंह ने कहा कि, ताला लगाने की बात को लेकर जो लोग अनंत सिंह के पास गए थे, वो ही बताएं कि क्या मामला है?. वो लोग दस गाड़ी से आए थे. लग्जरी गाड़ी थी. वो हमारे रिश्तेदार भी है.
''जिस घर में ताला की बात वो बोल रहे है, वो मुकेश सिंह का घर है और वो मेरा कर्मचारी था. हमारे साथ तीन साल तक उन्होंने काम किया है. लेकिन उसने हमारे साथ विश्वासघात किया. किसी के घर में कोई ताला नहीं लगाया गया है, यह एक राजनीतिक साजिश है.'' - सोनू सिंह
चुनाव में अनंत सिंह की मदद की थी : सोनू सिंह ने आगे बताया कि, मुझ पर जितने भी केस है, सब में लिखा है, अनसस्पेक्टेड. इन्हीं (अनंत सिंह) की वजह से मुझ पर केस हुआ है. जब हम जेल से बाहर आए तो गृहस्थ जीवन जीने लगे. इस बीच एक टेंडर हुआ, जिसमें उनके (अनंत सिंह) गुग्गों ने कमीशन मांगा. मैंने मना कर दिया. एक बार चुनाव में मैंने उनकी मदद की थी. हम जेल में थे. जेल में भी मुझ पर हमला हुआ.
क्या कभी अनंत सिंह से अच्छे रिश्ते थे. इस सवाल पर सोनू सिंह ने कहा कि, हमारे भाई और पिता ने कई बार हम लोगों को मिलाने का काम किया. ऐसे में पिता कुछ बोले तो उसे कैसे नहीं मानेंगे. पिछले सारे अपमान को जेब में रखकर मैंने उनकी चरणवंदना की. लेकिन वो भस्मासुर की तरह प्रहार कर रहे है. तो भस्मासुर के लिए विष्णु को मोहिनी स्वरूप आना होगा.
अगर कोई गोली चलाएगा तो छोड़ देंगे क्या? : सोनू सिंह ने कहा कि बुधवार को अनंत सिंह आए और अंधाधुंध फायरिंग की. कुछ ऑटोमेटिक हथियार ग्रामीणों ने रखा हुआ है. सेमी, एके 47 से हमला हुआ. जिस समय घटना हुई, मैं और मेरा भाई यहां नहीं था. लेकिन अगर कोई गोली चलाएगा तो क्या करेंगे. या मर जाएंगे या पुलिस सुरक्षा में जाएगा या फिर घर गांव छोड़कर चला जाएगा.
शास्त्र और शस्त्र की परिभाषा चुनाव में दिखाएंगे : सोनू सिंह ने कहा कि शास्त्र और शस्त्र की परिभाषा हम उनको (अनंत सिंह) को समझाएंगे. उनसे राजनीतिक बगावत जारी रहेगा. आनेवाले विधानसभा चुनाव में देखते है कि मोकामा पूर्वी में उनकी क्या व्यवस्था है.
वाह रे विधायक जी! समय का इंतजार कीजिए : सोनू सिंह ने कहा कि ये तो बाली वाली बात हो गई, बाली ने राम से क्या कहा था, आपने मेरे भाई की सारी बात मानकर तीर मार दिया, लेकिन आपने हमसे एक बार पूछा कि हमसे वो पूछे नहीं. वाह रे विधायक जी समय का इंतजार कीजिए. 34 वर्सेज 68 की लड़ाई है. 68 साल की उम्र ज्यादा तीव्र गति से चलेगी या 34 की, वो तो देखिएगा.
'वे हत्या के लिए आए थे- सोनू मोनू के पिता' : वहीं फायरिंग की घटना के संबंध में सोनू सिंह और मोनू सिंह के पिता प्रमोद कुमार ने बताया कि, मैं पटना हाईकोर्ट से काम करके लौट रहा था. सूचना मिली कि आपके घर पर गोली चली है, मैंने सोचा विधायक जी गोली क्यों चलाएं, हम लोगों ने उनका कुछ नहीं बिगाड़ा है.
'गाड़ी रुकी और गोली चलने लगी' : उन्होंने बताया कि, मेरी पत्नी ने कहा कि गाड़ी से आए और मेरी तरफ राइफल से अंधाधुंध गोली चलाने लगे. पहले हवाई फायरिंग हुई. फिर दूसरी गोली चली. किसी तरह वो बच गई. वे (अनंत सिंह) जानबूझकर हत्या के लिए आए थे.
''जब अनंत सिंह की सदस्यता चली गई थी तो उप चुनाव में इनकी पत्नी आरजेडी से खड़ी हुई थी. मैं एनडीए में खुलकर था, इसकी नाराजगी है. ये क्यों कमा खा रहा है. हथियार क्यों नहीं मेरे लिए उठा रहा है. ये राजनीतिक प्रतिद्वंदिता है.'' - प्रमोद कुमार, सोनू मोनू के पिता
फायरिंग के पीछे की कहानी? : बताया जाता है कि मोकामा के नौरंगा जलालपुर में लेनदेन के मामले में सोनू मोनू परिवार ने मुकेश सिंह नाम के एक शख्स के घर में ताला लगा दिया था. इसी विवाद को सुलझाने के लिए अनंत सिंह नौरंगा जलालपुर गांव पहुंचे थे. स्थानीय लोगों के मुताबिक इसी दौरान 100 राउंट के करीब फायरिंग हुई.
मुकेश सिंह को मिला अनंत सिंह का साथ : सोनू सिंह के पिता प्रमोद कुमार बताते है कि, इलाके के खुटहा में एक चिमनी भट्ठा है. मंटू जी चिमनी के मालिक है. 70 फीसदी हिस्सेदारी हमारी और 30 फीसदी उनकी है. मुंशी के रूप में हेमजा के मुकेश सिंह को 12 हजार के महिना पर रखा गया था. जब मेरा बड़ा बेटा सोनू सिंह ने हिसाब देखा तो उसमें 22 लाख की गड़बड़ी मिली. मुकेश सिंह से हिसाब मांगा गया. लेकिन वो (मुंशी मुकेश सिंह) पैसा लेकर भाग गया.
''जब मुकेश सिंह से पैसा मांगते थे तो कहता था आत्महत्या कर लेंगे. 14 जुलाई 2024 को बड़हिया थाने में आवेदन दिया गया है. ऐसे में जब गड़बड़ी हुई तो पैसा नहीं मांगा जाएगा. ताला लगाने की कोई बात नहीं है.'' - प्रमोद कुमार, सोनू सिंह के पिता
अनंत सिंह जेल से निकले तो फोन आया था : प्रमोद कुमार ने बताया कि जब अनंत सिंह जेल से निकल रहे थे, तो उन्होंने मुझे फोन किया था. और कहा था कि मेरे साथ आइये. तो मैंने कहा ठीक है. आइये आपका स्वागत करेंगे. उसके बाद अनंत सिंह के साथ अच्छे संबंध रहे. लेकिन उन्होंने एक अधिवक्ता के घर पर गोली चलाया. हम मरते दम तक लड़ेंगे चाहे वो हमारी हत्या क्यों नहीं करवा देते. उनके खिलाफ थाने में मैंने एफआईआर दर्ज कराया है.
'गाड़ी से उतरे और गोली चलाने लगे' : सोनू सिंह की मां और नौरंगा जलालपुर पंचायत की मुखिया उर्मिला सिंह ने कहा कि, ''मैं अपने पोते के साथ टहल रही थी. तो विधायक जी (अनंत सिंह) आए और खुद गोली चलाने लगे. उनके साथ कई लोग थे. चिट्टू धमाका था. रोशन था और वो बंदरा था, मरांची का मणिक था.''
सोनू-मोनू कौन हैं? : टाल क्षेत्र में अनंत सिंह और सोनू मोनू के बीच पुरानी अदावत है. मोकामा के स्थानीय लोग बताते है. सोनू मोनू का मोकामा और लखीसराय इलाके में अच्छा प्रभाव है. बताया जाता है कि सोनू मोनू परिवार का सदस्य नौरंगा जलालपुर पंचायत से चुनाव (पंचायत चुनाव) लड़ना चाहता था. लेकिन कुख्यात अपराधी गुड्डू सिंह के कारण अनंत सिंह ने ऐसा होने नहीं दिया.
गुड्डू सिंह की कोर्ट के बाहर हत्या : दोनों परिवार में दुश्मनी बढ़ती चली गई. आरोप लगा कि दुश्मनी और वर्चस्व की लड़ाई में 8 सितंबर 2017 पटना जिला के बाढ़ कोर्ट में पेशी के दौरान गुड्डू सिंह की हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप दोनों भाई सोनू मोनू पर लगा. तब से अनंत सिंह और सोनू मोनू के बीच यह अदावत चली आ रही है.
विवाद सुलझाने पहुंचे थे अनंत सिंह : वहीं फायरिंग की घटना पर अनंत सिंह ने कहा कि बुधवार को गांव के एक शख्स रोते हुए पहुंचा और उसने कहा कि मेरे घर में ताला लगा दिया है. उसे मैंने डीएसपी के पास भेजा. लेकिन वो नहीं थे. उसके बाद 20 की संख्या में लोग पहुंचे.
फायरिंग पर क्या बोले अनंत सिंह? : उन्होंने आगे बताया कि, मैंने दो आदमी यह कहने के लिए भेजा कि ऐसी गलती मत करो, घर से ताला खोल दो तो उसने गोली चला दी. मैं रोड पर खड़ा था, गोली मेरे गर्दन में लगी. बचाव में हमारे आदमी भी गए. एफआईआर हुआ तो जेल जाएंगे, डरते थोड़े ही हैं. हम भगवान को मानते हैं. मौत सत्य है, आएगा तो देखेंगे, हमें सुरक्षा की जरूरत नहीं है
''सोनू मोनू चोर है, वो चोरी का काम करता है. पिता वकील नहीं डाकू है. बाढ़ कोर्ट में किसने हत्या करवाया. कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया है. तीन दिन से घर बंद से. आदमी भागा भागा फिर रहा है. हम सरकार से मांग करते है कि जांच हो. थाना कुछ नहीं कहता है.'' - अनंत सिंह, पूर्व विधायक
अनंत सिंह फायरिंग मामले का वीडियो : बुधवार की शाम मोकामा का नौरंगा गांव फायरिंग से दहल उठा. स्थानीय लोगों के मुताबिक 100 राउंड फायरिंग हुई. एक तरफ अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ थे. दूसरी तरफ सोनू मोनू की तरफ से गोलीबारी की बात कही जा रही है. कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है. AK 47 से भी गोली चलने की बात कही जा रही है. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है.
अनंत सिंह और सोनू-मोनू पर FIR : फिलहाल बिहार में गैंगवार की आशंका के बीच इलाके में भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती गी गई है. नौरंगा जलालपुर इलाके में तनाव है. बाढ़ डीएसपी राकेश कुमार खुद इलाके में कैंप कर रहे हैं. मामले में तीन एफआईआर दर्ज किया गया हैं. घटना स्थन से तीन खोखे बरामद हुए हैं. पुलिस को मुकेश सिंह ने भी आवेदन दिया है. इन्होंने ने ही रंगदानी मांगने और घर पर ताला लगाने का आरोप सोनू मोनू पर लगाया था.
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