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मोदी लहर ने भागलपुर में तोड़ा सालों का मिथक, NDA ने पूरा किया 2014 का हिसाब

भागलपुर में महागठबंधन का सूपड़ा साफ कर एनडीए ने भारी जीत दर्ज की. एनडीए गठबंधन से जेडीयू के अजय मंडल रिकॉर्ड वोट से जीते

जदयू प्रत्याशी अजय मंडल
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Published : May 25, 2019, 11:48 AM IST

Updated : May 25, 2019, 12:14 PM IST

भागलपुर: इस बार के लोकसभा चुनाव में जिले में वर्षों से चला आ रहा मिथक टूट गया. यहां से जदयू प्रत्याशी अजय मंडल की जीत के बाद इस लोकसभा क्षेत्र से जुड़ा हुआ टोटका भी खत्म हो गया. लंबे समय से कहा जाता था कि जिस गठबंधन या पार्टी का सांसद भागलपुर से जीतता है केंद्र में उसकी सरकार नहीं बनती है. वहीं केंद्र में जिसकी सरकार बनती है उस पार्टी या गठबंधन का उम्मीदवार भागलपुर से नहीं जीता है. लेकिन इस बार ये सारे मिथक गलत साबित हुए.

ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीते अजय मंडल
अजय मंडल की जीत के साथ-साथ केंद्र में भी एनडीए सरकार और भागलपुर में भी एनडीए प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है. इस चुनाव प्रचार में जेडीयू के अजय मंडल को बीजेपी और लोजपा कार्यकर्ताओं का साथ मिला. यही वजह रही कि इस दशक में ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज करने वाले अजय मंडल पहले प्रत्याशी बने. 2014 में बुलो मंडल ने भाजपा उम्मीदवार शाहनवाज हुसैन को 9000 वोट से हराया था लेकिन 2019 में एनडीए ने सारे हिसाब पूरे कर लिए.

विजयी जदयू प्रत्याशी अजय मंडल का बयान

सोशल इंजीनियरिंग का बारीकी से अध्ययन
माना जा रहा है कि एनडीए नेताओं ने सोशल इंजीनियरिंग का बारीकी से अध्ययन किया. इसी रणनीति के तहत पूरे बिहार में महागठबंधन का सूपड़ा साफ कर दिया. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की रोशनी ने भी एनडीए को फायदा पहुंचाया. इस संसदीय क्षेत्र पर लंबे समय तक भाजपा का कब्जा रहा. हालांकि 2014 के चुनाव में यह सीट भाजपा प्रत्याशी शाहनवाज हुसैन से राजद के बुलो मंडल ने झटक ली थी.

पीएम मोदी को जीत का श्रेय
अजय मंडल ने कहा कि उन्हें पता था कि उनकी जीत सुनिश्चित है. अपनी जीत का श्रेय पीएम मोदी को दिया और कहा कि यह मोदी लहर है. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री मान लिया है. जनता ने उन्हें अपना आशिर्वाद दिया है. नवनिर्वाचित सांसद ने कहा कि अब वे जनता के विकास के लिए काम करेंगे.

भागलपुर: इस बार के लोकसभा चुनाव में जिले में वर्षों से चला आ रहा मिथक टूट गया. यहां से जदयू प्रत्याशी अजय मंडल की जीत के बाद इस लोकसभा क्षेत्र से जुड़ा हुआ टोटका भी खत्म हो गया. लंबे समय से कहा जाता था कि जिस गठबंधन या पार्टी का सांसद भागलपुर से जीतता है केंद्र में उसकी सरकार नहीं बनती है. वहीं केंद्र में जिसकी सरकार बनती है उस पार्टी या गठबंधन का उम्मीदवार भागलपुर से नहीं जीता है. लेकिन इस बार ये सारे मिथक गलत साबित हुए.

ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीते अजय मंडल
अजय मंडल की जीत के साथ-साथ केंद्र में भी एनडीए सरकार और भागलपुर में भी एनडीए प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है. इस चुनाव प्रचार में जेडीयू के अजय मंडल को बीजेपी और लोजपा कार्यकर्ताओं का साथ मिला. यही वजह रही कि इस दशक में ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज करने वाले अजय मंडल पहले प्रत्याशी बने. 2014 में बुलो मंडल ने भाजपा उम्मीदवार शाहनवाज हुसैन को 9000 वोट से हराया था लेकिन 2019 में एनडीए ने सारे हिसाब पूरे कर लिए.

विजयी जदयू प्रत्याशी अजय मंडल का बयान

सोशल इंजीनियरिंग का बारीकी से अध्ययन
माना जा रहा है कि एनडीए नेताओं ने सोशल इंजीनियरिंग का बारीकी से अध्ययन किया. इसी रणनीति के तहत पूरे बिहार में महागठबंधन का सूपड़ा साफ कर दिया. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की रोशनी ने भी एनडीए को फायदा पहुंचाया. इस संसदीय क्षेत्र पर लंबे समय तक भाजपा का कब्जा रहा. हालांकि 2014 के चुनाव में यह सीट भाजपा प्रत्याशी शाहनवाज हुसैन से राजद के बुलो मंडल ने झटक ली थी.

पीएम मोदी को जीत का श्रेय
अजय मंडल ने कहा कि उन्हें पता था कि उनकी जीत सुनिश्चित है. अपनी जीत का श्रेय पीएम मोदी को दिया और कहा कि यह मोदी लहर है. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री मान लिया है. जनता ने उन्हें अपना आशिर्वाद दिया है. नवनिर्वाचित सांसद ने कहा कि अब वे जनता के विकास के लिए काम करेंगे.

Intro:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसा जादूगर है जो नामुमकिन को भी मुमकिन बना देता है जी हां ऐसा जादूगर जो लोगों की नब्ज को पहचानता है यही कारण रहा कि वर्षों से चली आ रही मिथक को भागलपुर में उन्होंने तोड़ दिया । लोकसभा में चली एनडीए की आंधी से भागलपुर भी इस बार अछूता नहीं रहा , यहां से जदयू के प्रत्याशी अजय मंडल के प्रचंड जीत के बाद भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से जुड़ा हुआ टोटका भी समाप्त हो गया । भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के बारे में लंबे समय से जो टोटका चला आ रहा था कि जिस गठबंधन या पार्टी का सांसद भागलपुर से जीता है उसकी केंद्र में सरकार नहीं बनती है । केंद्र में जिसकी सरकार बनती है उस पार्टी गठबंधन का उम्मीदवार भागलपुर से नहीं जीता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ । केंद्र में भी एनडीए की सरकार और भागलपुर में भी एनडीए के प्रत्याशी ने विजय हासिल की है । जेडीयू के अजय मंडल के साथ एनडीए के घटक दल भाजपा और लोजपा के कार्यकर्ता भी जोश के साथ उन्हें पूरे चुनाव में साथ दिया । यही वजह रही कि दशक में ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज करने वाले अजय मंडल पहले प्रत्याशी बने । 2014 में जहां सांसद बने बुलो मंडल ने भाजपा उम्मीदवार शाहनवाज हुसैन को 9000 वोट से हराया था लेकिन 2019 में एनडीए ने सारे हिसाब पूरे कर लिए ।


Body:किसी भी समाज पर शासन करने के लिए उस समाज को जानना जरूरी होता है एनडीए के नेताओं ने सोशल इंजीनियरिंग का बारीकी से अध्ययन किया और ऐसी चाल चली कि पूरे बिहार में महागठबंधन का सूपड़ा साफ कर दिया । वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की रोशनी में भी एनडीए को फायदा पहुंचाया। भागलपुर संसदीय क्षेत्र पर लंबे समय तक भाजपा का कब्जा रहा। 2014 के चुनाव में यह सीट भाजपा प्रत्याशी शाहनवाज हुसैन से राजद के बुलो मंडल ने झटक ली थी । सीटों के तालमेल के कारण यह सीट जदयू के खाते में इस बार गई । चुनाव के पहले उम्मीदवार और जेडीयू को लेकर कई सवाल खड़े किए गए । प्रधानमंत्री की रैली ने जदयू प्रत्याशी अजय मंडल के पक्ष में माहौल बनाया तो नीतीश कुमार की सोशल इंजीनियरिंग में जीत का मार्ग प्रशस्त किया । इसी कारण से राजद प्रत्याशी को मुंह की खानी पड़ी ।

चुनाव परिणाम आने से पहले अजय मंडल जब पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि उनकी जीत सुनिश्चित है वह जीत के लिए आश्वस्त दिखे थे । उन्होंने साफ तौर पर अपनी जीत के बारे में कहा था कि यहां मोदी का लहर है लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री मान लिया है । उन्होंने कहा था कि कि यूपीए गठबंधन को कोई चाहता ही नहीं है तो उनकी जीत कैसे होगी ।


Conclusion:VISUAL
BYTE - अजय मंडल ( एनडीए से जेडीयू के जीते प्रत्याशी का )
Last Updated : May 25, 2019, 12:14 PM IST
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