भागलपुर: कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन है. ऐसे में केंद्र सरकार के पेट्रोलियम मंत्री ने बीते दिनों में नेशनल बायोफ्यूल कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक की थी, जिसमें ये निर्णय लिया गया था कि देश में सर प्लस चावल का उपयोग पेट्रोल मिलाकर हैंड सेनीटाइजर और एथेनॉल का निर्माण करवाया जाएगा. इस पर पलटवार करते हुए भागलपुर से कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार को देश में कितने गरीब हैं, उनके बारे में कुछ भी पता नहीं है.
कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि पेट्रोलियम मंत्री कहते हैं कि देश में 126% अधिक चावल है. जिसका उपयोग सैनिटाइजर बनाने में करेंगे, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि देश में करोड़ों लोग हैं जो दिहाड़ी मजदूर करते थे, जो रोज कमा कर अपना परिवार चलाते थे, वह भी बेरोजगार घर में बैठे हुए हैं. उन्हें खाने के लिए कुछ नहीं मिल रहा. वे भूख से तड़प रहे हैं.
क्या कहते हैं विधायक?
विधायक ने कहा कि धर्मेंद्र प्रधान को देश में कितने गरीब हैं, उनकी चिंता नहीं है. लोगों को चावल नहीं मिल रहा है और मंत्री कह रहे हैं कि देश में 300 करोड़ टन से अधिक चावल है. जिसका इथेनॉल बनाया जाएगा. विधायक अजीत शर्मा ने कहा एथेनॉल तो किसी और भी चीजों से बनाई जा सकती है, लेकिन जो भूख से तड़प रहे हैं, जिन्हें चावल नहीं मिल रहा है उनकी चिंता कौन करेगा.
चावल से ही मिट सकती है गरीबों की भूख
विधायक ने कहा कि गरीबों के बीच जो चावल दिया जा रहा है. वह भी खराब चावल मिल रहा है. इसलिए माननीय मंत्री जी को चाहिए कि पहले गरीबों को चावल मुहैया कराएं. इसके बाद सैनिटाइजर तो किसी और भी चीजों से बनाई जा सकती है, लेकिन गरीबों की भूख चावल से ही मिट सकती है.