भागलपुर: बिहार के भागलपुर को स्मार्ट सिटी (Bhagalpur Smart City) बनाया जा रहा है. लेकिन योजना में बंदरबांट खूब हो रहा है. जिसको लेकर सांसद अजय मंडल भड़क गए. इसको लेकर वो काफी तेवर में दिखे. उन्होंने कहा कि भागलपुर स्मार्ट सिटी के नाम पर सिर्फ पैसों का बंदरबांट हो रहा है. स्मार्ट सिटी के नाम पर राजस्व की सिर्फ और सिर्फ बर्बादी हो रही है. गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी का कार्य भागलपुर में कई महीनों से चल रहा है. इसी बाबत आज यानी 18 जनवरी को भागलपुर सांसद अजय मंडल ने सैंडिस कंपाउंड में स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया.
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स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसों का बंदरबांट : इस दौरान उन्होंने स्विमिंग पूल, ओपन थिएटर, स्टेडियम, वॉलीबॉल ग्राउंड, जिम, बच्चों के खेलने का पार्क के साथ-साथ अन्य जगहों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान इन सब में अनेकों खामियां पाई गई. इस संबंध में उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसों का बंदरबांट हो रहा है. और राजस्व की पूर्णरूपेण बर्बादी हो रही है. उन्होंने काफी तेवर में मल्टीपर्पस जिम के विषय में कहा कि इस जिम का शुल्क इतना अधिक है कि सैंडिस कंपाउंड के जिम में मध्यम और गरीब तबके के लोग इससे वंचित हो जाएंगे.
'इस जिम को बनाने का कोई फायदा ही नहीं होगा. जब आम लोगों के लिए जिम अभी तक प्रारंभ ही नहीं हुआ है तो फिर यहां अधिकारी कैसे पहुंच जाते हैं. अगर अधिकारी यहां जिम के लिए पहुंचे तो उनके लिए भी ताला बंद कर दिया जाए. स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे कार्यों में अनियमितता को लेकर, इन सब बातों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाऊंगा.' - अजय मंडल, सांसद, भागलपुर
स्मार्ट सिटी मिशन : गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन (एससीएम) को पूरा करने की अवधि जून 2023 तक बढ़ा दी है. मौजूदा समय में पूरे देश के 100 शहरों में 2,752 परियोजनाएं चल रही हैं. इस बारे में आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री (MoHUA) कौशल किशोर ने जानकारी दी. केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन (एससीएम) के कार्यान्वयन की अवधि जून 2023 तक बढ़ा दी है, वर्तमान में 88,673 करोड़ रुपये की लागत से पूरे भारत के 100 स्मार्ट शहरों में 2752 परियोजनाएं चल रही हैं.