भागलपुर: बिहार बार काउंसिल के उपाध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता कामेश्वर पांडे का पार्थिव शरीर उनके नवाबबाग स्थित आवास से कोर्ट लाया गया. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को जिला विधिज्ञ संघ परिसर लाया गया. जहां अधिवक्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान कामेश्वर पांडेय अमर रहे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई. वहीं, कामेश्वर पांडे के अंतिम दर्शन के लिए जिला और सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडे सहित बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मदन मिश्रा पहुंचे.
वकीलों में भय का माहौल
वरिष्ठ वकील ओम प्रकाश तिवारी ने कहा कि बिहार बार काउंसिल के उपाध्यक्ष की हत्या जिस तरह से अपराधियों ने घर में घुसकर की गई है. इससे वकीलों में भय का माहौल है. उन्होंने कहा कि बार काउंसिल के उपाध्यक्ष ही सुरक्षित नहीं है, तो आम वकील कैसे सुरक्षित रह पाएंगे. इसलिए मांग करते हैं कि वकीलों की सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए.
'क्रिमिनल लॉ के अच्छे जानकार को हमने खो दिया'
श्रद्धांजलि देने के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मदन मिश्रा ने कहा कि कामेश्वर पांडे की हत्या से देशभर के वकील मर्माहत है. देश ने क्रिमिनल लॉ के अच्छे जानकार को खो दिया है. उन्होंने कहा कि बार काउंसिल मृतक परिवार के साथ है. साथ ही उन्होंने कहा कि हत्यारों को सजा नहीं मिलती है तो विरध में देशभर के वकील सड़क पर उतरेंगे और चक्का जाम करेंगे. मदन मिश्रा ने कहा कि वकील प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर भारत सरकार और राज्य सरकार से बात की गई है.
क्रिमिनल लॉ के थे अच्छे जानकार
स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष और भागलपुर व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ वकील कामेश्वर पांडेय की गुरुवार को हत्या कर दी गई थी. बता दें कि क्रिमिनल लॉ के अच्छे-खासे जानकारों में वकील कामेश्वर पांडेय नाम था. वहीं, इस हत्या के बाद देशभर के वकील मर्माहत हैं.