भागलपुर: जेएलएनएमसी अस्पताल ने जूनियर डॉक्टरों ने कोरोना वार्ड में काम करने से मना कर दिया है. जूनियर डॉक्टर गुणवत्तापूर्ण सुरक्षा कीट का मांग कर रहे हैं. इसके बाद डीएम ने अधीक्षक से डॉक्टरों का विवरण मांगा है.
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने कोरोना वार्ड में काम करने से मना कर दिया है. सभी ने काम नहीं करने हेतु लिखित आवेदन जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक आरती मंडल को सौंपा है. ऐसी परिस्थिति में जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ती दिख रही है. जूनियर डॉक्टरों ने अच्छे मानक का पीपीई किट नहीं होने के वजह से काम करने से मना किया है.
गुणवत्तापूर्ण PPE की कर रहे मांग
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने डॉक्टरों को बगैर पीपीई के सिर्फ ग्लब्स और मास्क लगाकर काम करने का आदेश दिया था. लेकिन हैंड ग्लब्स और मास्क लगाकर सभी जूनियर डॉक्टरों ने काम करने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद सरकार को पीपीई उपलब्ध करवाने के लिए पहल करनी पड़ी. लेकिन पीपीई की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने काम नहीं करने का लिखित आवेदन अस्पताल अधीक्षक को सौंपा है.
डीएम ने मांगा विवरण
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने जेएलएनएमसी के अधीक्षक आरती मंडल से कोरोना वार्ड में आपत्ति जताने वाले सभी जूनियर डॉक्टरों की नाम की सूची और पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराने के लिए पत्र जारी कर दिया है. जिला पदाधिकारी ने आईपीसी की धारा 188 बिहार राज्य आपदा अधिनियम कोविड-19 रेगुलेशन 2020 एवं महामारी बीमारी 1897 की धारा 3 के तहत विधि सम्मत कार्रवाई के लिए सेवा कार्य से आपत्ति जताने वाले सभी डॉक्टरों का ब्यौरा मांगा है. वहीं, भागलपुर में कोरोना के
6 मरीज पॉजिटिव के मिले हैं.