भागलपुर : 41वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (International Trade Fair 2022) मंगलवार से प्रारंभ हो गया. यह मेला 14 से 27 नवंबर तक चलेगा. इस मेले में वोकल फोर लोकल अभियान के तहत भारतीय उत्पादों प्रदर्शनी पर विशेष फोकस किया गया है. अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार पवेलियन के दीवारों पर अंग की अमूल्य धरोहर मंजूषा पेंटिंग लगाई गई. भागलपुर की मंजूषा पेंटिंग (Manjusha Painting of Bhagalpur) कलाकार राज्य पुरस्कार से सम्मानित पवन सागर, अमन सागर, सुमन वर्षा, ज्योति प्रीति पूनम कविता सीता सविता और अमित द्वारा बनायी गयी है. लोककला मंजूषा की पेंटिंग अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में मंजूषा प्रशिक्षक मनोज पंडित के नेतृत्व में तैयार किया गया है. मंजूषा कला की पेंटिंग को बिहार पवेलियन के तोरण द्वार पर बनाया गया है. जिसे देख लोग काफी आकर्षित हो रहे हैं मंजूषा के तीनों रंग गुलाबी हरा और पीला लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.
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अंग की कला को लोग खूब पसंद कर रहे हैं : अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला के तोरण द्वार को मंजूषा की झलक देने में पवन सागर अमन सागर और संतोष का अमूल्य योगदान है. बिहार पवेलियन में मंजूषा कला के अलावे, मधुबनी पेंटिंग, टिकुली कला को भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं. बिहार पवेलियन में मंजूषा कला की दुकानें भी लगाई गई हैं. इस मंजूषा कला स्टॉल पर लोगों की जमकर भीड़ लगी हुई है. वहीं भागलपुर से गए मंजूषा कलाकार मंजूषा कला की जीवंत प्रस्तुति भी देते दिख रहे हैं. यह लाइव प्रस्तुति पवन अमन और अंजना के द्वारा दी जा रही है.
लद्दाख पहली बार मेला में भाग ले रहा है : 41वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला का उद्घाटन केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने किया. इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश एवं अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थी, इस मेले में इस बार बिहार झारखंड और महाराष्ट्र मेले का भागीदार राज्य है. मेले में अफगानिस्तान बांग्लादेश बहरीन बेलारूस ईरान नेपाल थाईलैंड तुर्की यूएई वियतनाम इंडोनेशिया लेबनान और रिपब्लिक ऑफ तुर्की देश प्रतिभागी के तौर पर हैं. साथ साथ ही लद्दाख पहली बार इस अंतरराष्ट्रीय मेला में भाग ले रहा है.
"बिहार की लोक व पारंपरिक कला प्रेम आस्था और समर्पण का प्रतीक है और यहां के कलाकारों द्वारा काफी मेहनत के साथ इसे तैयार किया गया है इसलिए इस बार भी बिहार को गोल्ड मेडल निश्चित तौर पर मिलेगा." -मनोज पंडित, मंजूषा कला प्रशिक्षक, भागलपुर के
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