भागलपुर: जिले के जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वायरस के प्रति डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां सहरसा से रविवार को एक युवक को उसके पिता कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे थे, लेकिन करीब 3 घंटे इंतजार करने के बाद भी डॉक्टरों ने युवक का जांच नहीं किया. अस्पताल अधीक्षक ने भी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों को फोन पर इस बात की जानकारी दी. इसके बावजूद भी डॉक्टर संदिग्ध युवक की जांच के लिए नहीं पहुंचे.
युवक की जांच करने नहीं पहुंचे डॉक्टर
पीड़ित के पिता प्रभात कुमार मिश्रा ने बताया कि अपने बेटे को लेकर वो कोरोना वायरस संक्रमण के जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि बेटे का इलाज सहरसा के निजी अस्पताल में कराया जा रहा था. जहां के डॉक्टरों ने बाहर जाने से पहले एक बार भागलपुर जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराने की सलाह दी. लेकिन यहां आने के बाद कोई भी डॉक्टर जांच के लिए नहीं आया. उन्होंने बताया कि इस बात को लेकर अस्पताल अधीक्षक ने डॉक्टर को फोन भी किया, फिर भी डॉक्टर नहीं आए.
अस्पताल प्रशासन पर लगा लापरवाही का आरोप
बता दें कि अस्पताल में शुक्रवार को मुंगेर के एक युवक को कोरोना वायरस संक्रमण कि जांच के लिए भर्ती किया गया था. भर्ती कराने के बाद उनका सैंपल लिया गया था. सैंपल लेने के बाद मरीज फरार हो गया. इस मामले में डब्लूएचओ की टीम अस्पताल पहुंची थी. जिसकी वजह से अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लग रहा है.