भागलपुर: जिले के समाहरणालय गेट पर होमगार्ड की बहाली की मांग को लेकर 12 से अधिक संख्या में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी ने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि 2011 में ही फॉर्म भरवाकर बहाली की प्रक्रिया को पूरा किया जाना था, लेकिन जिला प्रशासन ने दबाए रखा.
अधिकांश जिलों में बहाली की प्रक्रिया पूरी कर नियुक्ति भी करा लिया गया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि शारीरिक दक्षता परीक्षा भी अभी तक नहीं ली गयी है, जिसके मांग को लेकर जिलाधिकारी को मांग पत्र भी सौंपा गया है.
2011 में भरा गया फॉर्म
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार ने बताया कि 2011 में पूरे राज्य भर में होमगार्ड की बहाली निकाली गई थी. इसमें सभी अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था, लेकिन फॉर्म भरने के बाद आज तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही शारीरिक दक्षता परीक्षा लिया गया. उन्होंने कहा कि 2011 से अब तक 9 साल गुजर गए हैं. इसमें कई अभ्यार्थी ऐसे हैं, जिनका उम्र सीमा समाप्त होने वाला है.
जिलाधिकारी को सौंपा पत्र
प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थियों ने मांग लिखते हुए हाथ में तख्तीया भी लिए हुए थे. इस दौरान प्रदर्शनकारी को देखकर भागलपुर जिला समाहरणालय के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया. इसके बाद प्रदर्शनकारी के दो प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर उनका मांग पत्र लेकर जिलाधिकारी को सौंपा गया.