भागलपुरः बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) जारी है. पंचायत चुनाव में 50 फीसदी महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित किया गया है. इसके तहत महिलाएं जनप्रतिनिधि चुनी तो गईं हैं लेकिन अब भी अक्सर यही देखा जाता है कि उनके बदले उनके कोई स्वजन या प्रतिनिधि ही कार्यभार संभालते हैं.
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जिला परिषद, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति, वार्ड सहित अन्य पदों पर महिलाएं तो चुन ली जाती हैं लेकिन पद की बागडोर उनके प्रतिनिधियों के हाथों में ही होता है. बिहार में तो मुखिया प्रतिनिधि, जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि, जिला परिषद सदस्य पति जैसे पद भी इजाद हो गया है.
बिहार पंचायत चुनाव के पांचवें चरण में भी महिलाओं का खूब उत्साह देखने को मिला है. महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया है. महिला जनप्रतिनिधियों की भागीदारी भी खूब देखने को मिल रही है. ये अलग बात है कि अब भी महिला जनप्रतिनिधियों की जब बोलने की बारी आती है तो उनके पति या प्रतिनिधि जवाब देते हैं.
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असलियत यह भी है जिन महिला चेहरों को मुखौटा बनाकर उनके स्वजन चुनाव लड़ते हैं, ज्यादातर उन महिलाओं को योजनाओं की जानकारी नहीं होती है. पूछे जाने पर कि क्षेत्र के विकास के लिए आप क्या करेंगी तो वही रटा-रटाया जवाब आता है 'विकास करेंगे'.