भागलपुर: लॉकडाउन का असर श्मशान घाट पर भी पड़ा है. जिले के जिस बरारी श्मशान घाट में 50 से 60 की संख्या में रोज बिहार-झारखंड के अलग-अलग जिले से लोग अंतिम संस्कार करने पहुंचते थे अभी वहां सिर्फ दिन भर में चार से पांच ही शव पहुंच रहे हैं. इस कारण इससे जुड़े रोजगार पर भी असर पड़ा है.
खोखला दिखाई दे रहा प्रशासन का दावा
हालांकि जो श्मशान घाट अंतिम संस्कार करने के लिए पहुंचे थे वह भी सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन नहीं कर रहे थे. वहीं पुलिस प्रशासन ने दावा किया है घाट में भीड़ न हो इसको लेकर वहां पुलिस बल की तैनाती की गई है. मगर बरारी श्मशान घाट में कोई पुलिस अफसर नजर नहीं आए और न ही कोई जवान दिखाई पड़ा.
लॉकडाउन का रोजगार पर पड़ा असर
लकड़ी विक्रेता सुनील कुमार ने बताया कि कम लोगों के पहुंचने से लकड़ी का खपत कम हो गई है. इससे हम लोगों की जीविका पर असर पड़ है. यहां नाश्ते की दुकान चलाने वाले विकास कुमार ने बताया कि यहां पर चौबीस घंटे भीड़ लगी रहती थी. लेकिन जब से लॉकडाउन लागू हुआ है हमारा रोजगार खत्म हो गया.