भागलपुरः उफनाई गंगा नदी (Flood In Ganga) के कारण कई जिलों की लाखों की आबादी प्रभावित है. भागलपुर के सुल्तानगंज प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायत बाढ़ की चपेट में हैं. तिलकपुर पंचायत की आधी आबादी बाढ़ की आपदा (Flood Pandemic) झेल रही है. गंनगनिया के रविदास टोला और महादलित टोला के साथ ही अन्य इलाकों में भी बाढ़ का पानी घुसता जा रहा है.
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बाढ़ का कहर ऐसा है कि भागलपुर-मुंगेर एनएच-80 पर भी पानी चढ़ गया है. बढ़ते जलस्तर के कारण एनएच पर वाहनों के परिचालन बाधित होने की संभावना बढ़ गई है. प्रशासनिक अधिकारी भी लगातार इलाके का निरीक्षण कर रहे हैं.
अंचलाधिकारी शंभू शरण, बीडीओ मनोज कुमार मुर्मू सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने असियाचक मंझली बांध का निरीक्षण किया. बांध के तटबंध का भी जायजा लिया. साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों को बांध पर 24 घंटे निगरानी रखने का निर्देश दिया.
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"बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए नाव, चलंत शौचालय और भोजन की व्यवस्था की जा रही है. कई जगहों पर व्यवस्था की जा चुकी है. बाढ़ के हालात पर नजर रखी जा रही है. बढ़ते जलस्तर की निगरानी की जा रही है. किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना देने का निर्देश दिया गया है."- शंभू शरण, अंचलाधिकारी
इधर, कल्याणपुर दियारा पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गया है. घरों में पानी घुस जाने के कारण कल्याणपुर के मिडिल स्कूल में रह रहे हैं. मोतीचक, पुरानी मोतीचक और महेशी पंचायत के कई नए इलाकों में पानी प्रवेश करना शुरू हो गया है. अंचलाधिकारी ने बताया कि सभी जरूरतमंदों के लिए नाव और चलंत शौचालय की व्यवस्था करा दी गई है.
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पुरानी मोतीचक के प्रधानमंत्री सड़क पर भी खतरा मंडरा रहा है. धीरे-धीरे सड़क का हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह रहा है. इस सड़क के कटने से शाहाबाद, मोतीचक और बिशनपुर गांव में रहने वाले लोगों का मुख्य सड़क से संपर्क टूट सकता है.