भागलपुर: बिहार के 30 लाख से अधिक लोग इन दिनों बाढ़ (Bihar Flood) की चपेट में हैं. गंगा और अन्य नदियों में आई उफान के चलते भागलपुर (Bhagalpur) के कई गांव पानी में डूब गए हैं. यहां के हजारों लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बाढ़ के चलते विवाह समारोह में भी परेशानी हो रही है. जिला के सबौर प्रखंड के फरका गांव से ऐसा ही मामला सामने आया है.
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यहां विवाह के लिए नाव से बारात गई. नाव से ही दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर घर आया. घर पानी में डूबा था, जिसके चलते दुल्हन के रहने की व्यवस्था छत पर की गई. अब पानी उतरने तक नई नवेली दुल्हन को घर की छत पर ही दिन काटने पड़ेंगे. लड़के के परिजनों ने बहू के स्वागत की रश्में भी नाव में ही पूरी की. दुल्हन को बांस की चचरी के सहारे नाव से छत पर चढ़ाया गया.
दूल्हा रवि कुमार ने विवाह के सभी रश्म पानी के बीच अपने घर पर निभाए थे. इसके बाद विवाह के लिए नाव पर सवार होकर कुर्सेला गया. विवाह के बाद नाव से वह पत्नी प्रियंका के साथ लौटा. रवि का घर पूरी तरह पानी में डूब गया है. वह छत पर रह रहा है. दुल्हन को भी नाव से सीधे छत पर ही उतारा गया.
"मैंने बेटे की शादी की पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन अचानक गांव में बाढ़ आ गया. शादी समारोह की तैयारी पर पानी फिर गया. लड़की पक्ष के लोग मानने को तैयार नहीं थे. वे विवाह के लिए दबाव बना रहे थे. इसलिए हम लोगों ने भी सहमति जताई. शादी का सारा विधि विधान पानी के बीच किया गया. इसके बाद नाव से बारात लेकर सबौर गए और वहां से कार से लड़की के घर गए. विवाह के बाद वापस कार से हमलोग सबौर आए और वहां से नाव से घर आए हैं."- बिशन मंडल, दूल्हा रवि मंडल के पिता
"पहली बार मैंने ऐसा डरावना सीन देखा है. नाव पर काफी डर लग रहा था. काफी भयानक तस्वीर है. मैं पहले इस गांव में आया था, लेकिन उस समय सूखा था. यहां रहना मुश्किल लग रहा है."- सौरभ कुमार, लड़की के भाई
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