भागलपुर: जिले में कोरोना के बढ़ते कहर के बीच सरकार की ओर से आवंटित राशि में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के मुताबिक जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार ने क्वारंटाइन सेंटरों के लिए आवंटित राशि का एक चौथाई हिस्सा भी ईमानदारी से खर्च नहीं किए जाने की बात कही है. उनका आरोप है कि सेंटर पर भोजन से लेकर अन्य सुविधाओं का घोर अभाव है. कोरोना के लिए आवंटित राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है, उसमें लूट मची है.
लापरवाही का आलम यह है कि जिसके नाम से टेंडर पास हुआ है उन्होंने टेंडर में हिस्सा तक नहीं लिया. यही नहीं सामान की गुणवत्ता में भी कमी है. राशि और समान जिला प्रशासन की ओर से कुछ तय किया गया जबकि सेंटरों पर कुछ और दिया जा रहा है. जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार ने भी इन बातों को स्वीकार किया है.
अधिकारी ने भी स्वीकारी गड़बड़ी की बात
जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार ने कहा कि जिले में ऐसी कोई योजना नहीं चल रही, जिसमें अनियमितता नहीं हो रही है. सभी योजनाओं में लूट मची है. जिले के 242 पंचायत में चल रहे सभी योजना में घोर अनियमितता है. उन्होंने खुद कई योजनाओं की जांच की है. इसको लेकर जिलाधिकारी को पत्र भी लिखा है. बावजूद किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई.
लगाया गंभीर आरोप
मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार ने कहा कि जिले में अधिकारी जनप्रतिनिधि को वैल्यू नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि राशन कार्ड भी सही गरीब को नहीं मिला है. कई जरूरतमंद अब तक कार्ड से वंचित हैं. सैकड़ों राशन विहीन गरीब परिवारों का आवेदन पड़ा हुआ है. लेकिन सभी एक-दूसरे पर बात डाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीलर 5 किलो की जगह साढ़े 4 किलो ही अनाज देते हैं. अब तक डोर टू डोर स्टेप डिलीवरी भी शुरू नहीं हो सका है.