भागलपुर: शनिवार को वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरे देश भर में एक साथ शुरू हुई. जिले में भी स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर टीका लगवाने टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचे. लेकिन उनके हाथ मायूसी लगी. जिले का स्वास्थ्य प्रशासन टीकाकरण के पहले दिन ही सुस्त पड़ गया. जिले में शनिवार को शाम के पांच बजे तक महज 650 टीका ही लगाया जा सका. जबकि जिले का लक्ष्य 1000 टीकाकरण का था.
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लक्ष्य का आधा भी हासिल नहीं कर सका जिला स्वास्थ्य प्रशासन
भागलपुर शहर में लक्ष्य के आधी क्षमता को भी जिला प्रशासन हासिल नहीं कर पाया. शहर में टीकाकरण के पहले दिन का लक्ष्य 400 टीका का रखा गया था. लेकिन शाम 5 बजे तक 191 का आंकड़ा ही जिला स्वास्थ्य प्रशासन छू पाया. मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 20, सदर अस्पताल में 60, मंगलम हॉस्पिटल (प्राइवेट )60, रक्षिता नर्सिंग होम (प्राइवेट ) 50 लोगों को टीका लगाया गया. सदर अस्पताल में तैनात देवाशीष पांडे को जिले में पहला कोविड-19 का टीका लगाया गया.
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5 बजे के पहले तक सभी केंद्रों पर 600 टीका लगाए गए थे. उन्होंने कहा कि जिले में 1000 टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था. सभी केंद्रों पर बेहतर व्यवस्था की गई. लोग भी निर्भीक होकर टीकाकरण केन्द्र पहुंचे थे. कोविड-19 के गाइडलाइन के अनुसार टीकाकरण किया गया. कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली.- सुब्रत सेन, डीएम
भागलपुर डीएम ने कहा कि शनिवार को टीकाकरण अभियान का शुरुआत हो रहा था. इसलिए प्रोटोकॉल के अनुसार सुल्तानगंज के रेफरल अस्पताल में मैं मौजूद था. वहां जितने भी चयनित स्वास्थ्य कर्मी, आशा और आंगनबाड़ी सेविका को टीका लगाया जाना था उनसे लगातार बातचीत कर रहा था.