भागलपुर: जिले में कृषि विस्तार सेवा डिप्लोमा कार्यक्रम के तहत जिला कृषि कार्यालय परिसर के माप तोल विभाग के सभागार में खाद विक्रेताओं के लिये वार्षिक परीक्षा आयोजित की गई. इस परीक्षा में 38 खाद, बीज और दवा विक्रेताओं ने भाग लिया. यह परीक्षा वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए ली गई. परीक्षा के दौरान निरीक्षक के रूप में संयोजक आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह, कंसल्टेंट मैनेजर हैदराबाद के डॉक्टर कोटेश्वर राव और पटना के डॉक्टर अमरेंद्र कुमार उपस्थित थे.
मामले की जानकारी देते हुए जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णकांत झा ने बताया कि देसी कार्यक्रम के तहत खाद, बीज व कृषि दवा के विक्रेताओं के लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार 40 सप्ताह का डिप्लोमा सर्टिफिकेट के लिए कोर्स कराया गया था. कोर्स के दौरान मेडिकल ट्रेनिंग, प्रगतिशील किसानों से बातचीत, हैदराबाद के सरकारी संस्थान के फैकल्टी और भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा ट्रेनिंग दी गई थी.
खाद विक्रेताओं के लिये सर्टिफिकेट परीक्षा का आयोजन
सभी को एक-एक पुस्तकें भी दी गई थी. समय-समय पर इंटरनल एग्जाम भी लिया गया. आज उस कोर्स का फाइनल एग्जाम लिया जा रहा है. एग्जाम का रिजल्ट हैदराबाद से प्रकाशित किया जाएगा. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इस तरह के कोर्स से किसानों को यह लाभ मिलेगा. किसान कृषि कार्यालय सलाह लेने के लिए नहीं पहुंच पाते थे. ऐसे में वो खाद, बीज विक्रेता से ही सलाह लेते थे. अब यदि खाद बीज विक्रेता सर्टिफिकेट कोर्स कर फसल चक्र के बारे में जानकारी लेंगे तो किसान को जरूरी और उपयोगी सलाह दे सकेंगे जिससे कि किसान को लाभ मिलेगा.
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अब खाद, बीज बेचने के लिये सर्टिफिकेट होना जरूरी
बता दें कि जिले में बिना डिप्लोमा परीक्षा पास किये अब कोई भी खाद, बीज और कृषि में प्रयोग होने वाली दवाई नहीं बेच सकेंगे. अब खाद विक्रेताओं को सर्टिफिकेट लेने के लिए परीक्षा पास करना होगा. परीक्षा पास कर सर्टिफिकेट लेने के बाद ही कोई भी व्यक्ति यह व्यवसाय कर सकता है.