भागलपुरः बिहार के भागलपुर जिले में लोग डेंगू बीमारी से परेशान हैं. शहर के मायागंज अस्पताल में रोजाना 10 से 15 डेंगू के मरीज आ रहे हैं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20 बेड का इंतजाम किया गया है, जिसमें से 15 बेडों पर मरीज भर्ती हैं, अभी मरीजों की संख्या और बढ़ने का अंदेशा है. वहीं सदर अस्पताल में 15 बेड रिजर्व किया गया है, जहां दो मरीज भर्ती हैं. कई मरीजों का ईलाज निजी अस्पतालों और घरों में हो रहा है.
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हॉटस्पॉट बना तिलकामांझी का इलाकाः भागलपुर जिले का तिलकामांझी का इलाका डेंगू का हॉटस्पॉट बन गया है. यहां से ही करीब आधे दर्जन मरीजों की पहचान हुई है. वहीं डेंगू से मरने वाले सन्तोष कुमार भी तिलकामांझी के हटिया रोड निवासी थे. इस बीच नगर निगम का रवैया सुस्त है. शहर में कहीं-कहीं पर फॉगिंग कराई जा रही है. कई फॉगिंग मशीनें खराब पड़ी हुई है.
पर्याप्त मात्रा में ब्लड और प्लेटलेट्स मौजूदः जेएलएनएमसीएच अधीक्षक उदय नारायण सिंह ने बताया कि अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 20 बेड रिजर्व है. जरूरत पर बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी वही ब्लड और प्लेटलेट्स पर्याप्त मात्रा में है. वहीं सदर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर राजू ने बताया कि सदर अस्पताल में 15 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है. सभी बेड पर मच्छरदानी व दवाईयों की सुविधा है.
"24 घण्टे डॉक्टर मौजूद हैं. सदर अस्पताल में 15 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है. सभी बेड पर मच्छरदानी और दवाईयों की सुविधा है. मरीज आ रहे हैं, उनका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. अभी 1 युवक की मौत हुई है. स्थिति कंट्रोल में है"- डॉक्टर राजू, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल
विधायक ने जाहिर की नाराजगीः वहीं नगर निगम द्वारा फॉगिंग नहीं कराए जाने से भागलपुर विधायक ने नाराजगी ज़ाहिर की है उन्होंने कहा की डेंगू फैला हुआ है. मौत हो रही है लेकिन नगर आयुक्त सुस्त है. लोगों में फॉगिंग नहीं कराए जाने से गुस्सा है. नगर निगम के सुस्त रवैये से लोग परेशान हैं.