भागलपुर: बिहार के भागलपुर और कटिहार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दोनों जिलों की संयुक्त टीम ने कटिहार के कुख्यात 50 हजार के इनामी बदमाश मोहन ठाकुर उर्फ मोहना ठाकुर को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरे मामले की जानकारी भागलपुर एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. बताया कि पुलिस की छापेमारी में मोहन ठाकुर को झारखंड के देवघर स्थित जसीडीह से गिरफ्तार किया गया है.
ये भी पढ़ें: Loot In Patna : पटना में बेल्जियम नागरिक से की थी लूट.. अब दो लुटेरों को पुलिस ने दबोचा
कुख्यात मोहन ठाकुर गिरफ्तार : बताया जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ, भागलपुर पुलिस, कटिहार पुलिस और अन्य जिलों की पुलिस कई महीनों से उसकी तलाश में थी. भागलपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि झारखंड के जसीडीह में कुख्यात अपराधी मोहन ठाकुर छिपा हुआ है. इसके बाद भागलपुर पुलिस ने एसआईटी टीम का गठन किया कटिहार पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त छापेमारी की, जिसमें डीएसपी रैंक के भी अधिकारी शामिल थे.
कैसे मिली पुलिस को सफलता: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जसीडीह में यह एक झोपड़ी में रहता था, यहां अलग सिम की सुविधा नहीं होने की वजह से एक ही नंबर से अपनी पत्नी से बातचीत कर इलाके का हाल-चाल जानता था. पुलिस ने उक्त मोबाइल नंबर को सर्विलेंस में लेकर यह कार्रवाई की. बता दें कि दियारा इलाके में अपना साम्राज्य चलाने के लिए इसने अपनी पत्नी को राजनीतिक क्षेत्र में भी उतार दिया था, पत्नी ने मुखिया के चुनाव में जीत भी हासिल की थी.
पुलिस कर रही पूछताछ: सोमवार को मोहन ठाकुर को भागलपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, मंगलवार को उसे भागलपुर लाया गया, जहां पर डीएसपी से लेकर कई थानेदारों ने बारी-बारी से पूछताछ की. देर रात मोहन ठाकुर को भागलपुर के कजरेली थाना लाया गया, जहां पर उससे पूछताछ की गई. मिली जानकारी के अनुसार मोहना ठाकुर से अभी यह पूछताछ जारी रहेगी. इधर उसकी गिरफ्तारी के बाद से उसके गिरोह के सदस्यों में हड़कंप मचा हुआ है.
नरसंहार का मुख्य आरोपी है मोहन ठाकुर: कटिहार में हुए नरसंहार का मोहन ठाकुर मुख्य आरोपी है. पुलिस को वर्षों से इसकी तलाश थी, कटिहार पुलिस ने तो उसपर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया था. पुलिस से बचने के लिए वह दियारा इलाके को छोड़कर झारखंड के जसीडीह में छिपा हुआ था. बंगाल से लेकर बिहार तक उसपर 29 आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसके गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने हाल में ही गिरफ्तार किया था, जिसके बाद मोहना ठाकुर पुलिस से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहा था.
मोहन ठाकुर के पास से हथियार बरामद: पुलिस ने मोहन ठाकुर के साथ दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है. वहीं मोहन ठाकुर के पास से एक आर्म्स को भी बरामद किया है. इस पूरे मामले को लेकर एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि एसडीपीओ कहलगांव के नेतृत्व में पूरे घटना क्रम को अंजाम दिया गया है, जिसमें 25 से ज्यादा पुलिस पदाधिकारी शामिल थे. पुलिस को टेक्निकल सूचना प्राप्त हुई थी, जिनका वेरिफिकेशन करने के बाद यह कार्रवाई की गई. पुलिस को उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश है.
"कुख्यात मोहन ठाकुर के संपर्क में दो दर्जन से अधिक अपराधी शामिल हैं, वहीं एक दर्जन से अधिक गिरोह के सदस्य जेल में हैं. मोहना ठाकुर को हथियार इधर से उधर और ठहरने की व्यवस्था करवाने वाले अपराधियों की भी तलाश की जा रही है, सभी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा."- आनंद कुमार, एसएसपी