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कांग्रेस नेता ने की ट्रेन के कोच में आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग, DM बोले- अभी जरूरत नहीं

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Published : Apr 22, 2021, 10:23 PM IST

कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने ट्रेन के कोच में आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग की है. इस पर डीएम ने कहा है कि अभी ट्रेन के डब्बे को आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग की जरूरत नहीं है.

Congress leader ajit sharma
Congress leader ajit sharma

भागलपुर: बिहार में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या नए आंकड़े को छू रही है और अस्पतालों में बेड की कमी की खबरें आ रहीं हैं. ऐसे में अब फिर से ट्रेन के कोच में आइसोलेशन सेंटर बनाने की मांग भागलपुर में उठने लगी है. बता दें कि पिछले वर्ष रेलवे ने भागलपुर रेलवे स्टेशन पर राज्य सरकार की मांग के अनुसार मरीज के इलाज के लिए 20 कोच वाली एक ट्रेन उपलब्ध कराई थी. जिसमें दो वातानुकूलित कोच के साथ 19 सामान्य कोविड कोच बनाया गया था.

ये भी पढ़ें: बिहार में कोरोना से हालात खराब, मरीजों को नहीं मिल रही दवाई

राज्य सरकार ने नहीं की मांग
हर एक कोच में 4 शौचालय के साथ स्नानघर, खिड़कियों में मच्छरों को रोकने के लिए जाली, कचरे के लिए तीन टोकरी, मोबाइल चार्जर, प्लास्टिक के परदे और ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की व्यवस्था के साथ ट्रेन को बदला गया था. एक ट्रेन में 256 मरीजों का इलाज किया जा सकता था. एक कोच में 16 मरीज को रखने की व्यवस्था थी. लेकिन इस बार राज्य सरकार ने अब तक कोई मांग रेलवे से नहीं की है.

देखें वीडियो
कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा है कि अस्पताल में बेड की कमी हो रही है. मरीजों को अस्पताल में बेड की कमी के कारण भर्ती नहीं किया जा रहा है.

"अब तक राज्य सरकार द्वारा ट्रेन को आइसोलेशन वार्ड बनाने को लेकर कोई मांग नहीं की गयी है और ना ही केंद्र सरकार ने इस ओर पहल की है. स्थिति बहुत ही भयावह होती जा रही है. इसलिए मरीज को रखने के लिए अब ट्रेन को भी कोविड केयर सेंटर के रूप में बनाने की मांग की जानी चाहिए. जिससे सभी मरीज का सही समय पर इलाज किया जा सके"- अजीत शर्मा, कांग्रेस नेता

Congress leader ajit sharma
आईसीयू में नहीं मिल रहे बेड


ये भी पढ़ें: हद हो गयी नीतीश जी! देखिए किस तरह बाइक पर ले जाया जा रहा शव


"अभी ट्रेन के डब्बे को आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग की जरूरत नहीं है. मायागंज अस्पताल में 700, टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में 500, सदर अस्पताल में 100, जबकि निजी अस्पताल में 200 बेड उपलब्ध है. 200 से 225 ही मरीज अभी भर्ती हैं. बाकी बेड खाली है. कम ही मरीज ऐसे होते हैं, जिसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. इसलिए अभी बेड की कमी भागलपुर में नहीं है. इसलिए ट्रेन के डब्बे को आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग नहीं की गयी है"- सुब्रत कुमार सेन, डीएम

अस्पताल में 200 से ज्यादा कोरोना मरीज भर्ती
अस्पताल के बेड मरीज को रखने के लिए कम पड़ रहे हैं. आईसीयू में भी बेड नहीं मिल रहे हैं. कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए कम से कम 80 चिकित्सकों और 100 बेड वाले आईसीयू की जरूरत है. अभी अस्पताल में 200 से ज्यादा कोरोना मरीज भर्ती हैं. भागलपुर में सीमावर्ती जिला और राज्यों से मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. जिनका इलाज जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और सदर अस्पताल में किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें:कोरोना महामारी में लोगों की मदद को उतरा राजद चिकित्सा प्रकोष्ठ, 15 डॉक्टरों की टीम दे रही सलाह

मरीज की संख्या में लगातार बढ़ोतरी
इसके अलावा पांच निजी अस्पतालों में भी मरीज को भर्ती किया जा रहा है. लगातार जिले में मरीज की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. गुरुवार को जिले में 387 मरीज पॉजिटिव मिले हैं. जिसके साथ ही आंकड़ा बढ़कर 15050 हो गई है. जिसमें से 11798 मरीज स्वस्थ हुए हैं. जबकि 136 मरीज की मौत हुई है. वर्तमान में 3116 मरीज एक्टिव हैं.

भागलपुर: बिहार में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या नए आंकड़े को छू रही है और अस्पतालों में बेड की कमी की खबरें आ रहीं हैं. ऐसे में अब फिर से ट्रेन के कोच में आइसोलेशन सेंटर बनाने की मांग भागलपुर में उठने लगी है. बता दें कि पिछले वर्ष रेलवे ने भागलपुर रेलवे स्टेशन पर राज्य सरकार की मांग के अनुसार मरीज के इलाज के लिए 20 कोच वाली एक ट्रेन उपलब्ध कराई थी. जिसमें दो वातानुकूलित कोच के साथ 19 सामान्य कोविड कोच बनाया गया था.

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राज्य सरकार ने नहीं की मांग
हर एक कोच में 4 शौचालय के साथ स्नानघर, खिड़कियों में मच्छरों को रोकने के लिए जाली, कचरे के लिए तीन टोकरी, मोबाइल चार्जर, प्लास्टिक के परदे और ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की व्यवस्था के साथ ट्रेन को बदला गया था. एक ट्रेन में 256 मरीजों का इलाज किया जा सकता था. एक कोच में 16 मरीज को रखने की व्यवस्था थी. लेकिन इस बार राज्य सरकार ने अब तक कोई मांग रेलवे से नहीं की है.

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कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा है कि अस्पताल में बेड की कमी हो रही है. मरीजों को अस्पताल में बेड की कमी के कारण भर्ती नहीं किया जा रहा है.

"अब तक राज्य सरकार द्वारा ट्रेन को आइसोलेशन वार्ड बनाने को लेकर कोई मांग नहीं की गयी है और ना ही केंद्र सरकार ने इस ओर पहल की है. स्थिति बहुत ही भयावह होती जा रही है. इसलिए मरीज को रखने के लिए अब ट्रेन को भी कोविड केयर सेंटर के रूप में बनाने की मांग की जानी चाहिए. जिससे सभी मरीज का सही समय पर इलाज किया जा सके"- अजीत शर्मा, कांग्रेस नेता

Congress leader ajit sharma
आईसीयू में नहीं मिल रहे बेड


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"अभी ट्रेन के डब्बे को आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग की जरूरत नहीं है. मायागंज अस्पताल में 700, टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में 500, सदर अस्पताल में 100, जबकि निजी अस्पताल में 200 बेड उपलब्ध है. 200 से 225 ही मरीज अभी भर्ती हैं. बाकी बेड खाली है. कम ही मरीज ऐसे होते हैं, जिसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. इसलिए अभी बेड की कमी भागलपुर में नहीं है. इसलिए ट्रेन के डब्बे को आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग नहीं की गयी है"- सुब्रत कुमार सेन, डीएम

अस्पताल में 200 से ज्यादा कोरोना मरीज भर्ती
अस्पताल के बेड मरीज को रखने के लिए कम पड़ रहे हैं. आईसीयू में भी बेड नहीं मिल रहे हैं. कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए कम से कम 80 चिकित्सकों और 100 बेड वाले आईसीयू की जरूरत है. अभी अस्पताल में 200 से ज्यादा कोरोना मरीज भर्ती हैं. भागलपुर में सीमावर्ती जिला और राज्यों से मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. जिनका इलाज जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और सदर अस्पताल में किया जा रहा है.

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मरीज की संख्या में लगातार बढ़ोतरी
इसके अलावा पांच निजी अस्पतालों में भी मरीज को भर्ती किया जा रहा है. लगातार जिले में मरीज की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. गुरुवार को जिले में 387 मरीज पॉजिटिव मिले हैं. जिसके साथ ही आंकड़ा बढ़कर 15050 हो गई है. जिसमें से 11798 मरीज स्वस्थ हुए हैं. जबकि 136 मरीज की मौत हुई है. वर्तमान में 3116 मरीज एक्टिव हैं.

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