भागलपुर: भागलपुर स्मार्ट सिटी का काम बहुत दिनों से अधर में लटका हुआ है. स्मार्ट सिटी को लेकर आयुक्त वंदना किनी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पीडीएमसी को निरस्त कर दिया है. आयुक्त ने कहा कि पटना में जो पीडीएमसी अच्छा काम कर रही है उसे नए सिरे से काम करने के लिए नियुक्त किया गया है.
जल्द शुरू होगा भागलपुर स्मार्ट सिटी का काम
आपको बता दें कि कुछ दिनों पूर्व भागलपुर स्मार्ट सिटी के तैयार डीपीआर को तात्कालीन कमिश्नर राजेश कुमार ने कैंसिल कर दिया था और कहा था कि डीपीआर में जो स्वीकृत राशि दी गई थी वह बेस लाइन से काफी ज्यादा थी. इसके बाद स्मार्ट सिटी का काम पूरी तरह से प्रभावित हो गया था. अब नई कमिश्नर वंदना किनी ने एक बार फिर से स्मार्ट सिटी की बैठक बुलाई और जिस पीडीएमसी की ओर से डीपीआर को तैयार किया गया था उस पीडीएमसी को रद्द कर दिया है. फिलहाल भागलपुर की आयुक्त वंदना किनी ने नए पीडीएमसी को जो पटना में अच्छा काम कर रही है. उन्हें नियुक्त कर नए सिरे से भागलपुर स्मार्ट सिटी के काम को जल्दी आगे बढ़ाने की बात कह रही हैं.
293 करोड़ की लागत से 23 स्मार्ट सड़कें बनेंगी
भागलपुर स्मार्ट सिटी के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए भागलपुर नगर निगम को दे दिए हैं. अब पुराने सभी डीपीआर को किनारे कर नए सिरे से डीपीआर तैयार किया जाएगा. अभी मुख्य रूप से भागलपुर के सड़क और सैंडिस कंपाउंड के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है. इसका कार्य पहले चरण में किया जाएगा. आयुक्त ने नई पीडीएमसी के जल्द ही नियुक्त होने की बात कही है शहर में 293 करोड़ की लागत से 23 स्मार्ट सड़क के साथ-साथ सैंडिस कंपाउंड का सौंदर्यीकरण होना है जिसके लिए 26 करोड़ के आसपास की लागत का अनुमान लगाया जा रहा है.
जुलाई-अगस्त तक योजना होगी शुरू
स्मार्ट सिटी के निर्माण को लेकर कई तरह की तकनीकी बाधाएं जो सामने आ रही है उसे एसपीवी के सीजीएम की ओर से दूर करने की कोशिश की जा रही है. भागलपुर नगर आयुक्त के साथ इसके लेकर लगातार बैठकें की जा रही है. स्मार्ट सिटी की हायर अथॉरिटी सह आयुक्त ने जुलाई अगस्त तक स्मार्ट सिटी योजना को शुरू करने की बात कही है जिसके लिए आयुक्त ने संबंधित प्रक्रिया को शुरू कर दिया है.