ETV Bharat / state

एक बार फिर विदेशी बाजारों में छाएगा भागलपुरी सिल्क, ये है प्लान

भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी एक बार फिर विदेशी बाजार की चुनौती से निपटने के लिए तैयार हो गया है. जल्द ही यह विदेशी बाजारों में भी देखने को मिलने वाला है. जिसे लेकर भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी के प्रतिनिधि की विदेशी कंपनियों के साथ बैठक होने वाली है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

सिल्क
सिल्क
author img

By

Published : Oct 21, 2021, 8:30 AM IST

भागलपुर: भागलपुरी सिल्क (Bhagalpuri Silk) एक बार फिर से विदेशी बाजारों में अपना रंग जमाने वाला है. इसके लिए भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी (Bhagalpur Smart Silk City) ने पहल शुरू कर दी है. सिल्क के कपड़ों की सैंपलिंग का काम चल रहा है. नवंबर में 12 से अधिक विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधि के साथ भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी के प्रतिनिधि की बैठक होगी. इसके बाद बेहतर सिल्क कपड़ों का निर्यात भागलपुर से शुरू किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें: वाराणसी की तर्ज पर विकसित होगा भागलपुर, कई शहरों में सिल्क एक्सपो लगाने की तैयारी- उद्योग मंत्री

स्मार्ट सिल्क सिटी के महाप्रबंधक राहुल रंजन ने बताया कि भागलपुर सिल्क की डिमांड पहले पूरी दुनिया में थी. बाद में गुणवत्ता की कमी और विदेशी बाजार की उम्मीदों के अनुरूप उत्पादन नहीं होने के कारण भागलपुर सिल्क की मांग घट गई. अब विदेशी बाजार की चुनौती से निपटने के लिए भागलपुर स्मार्ट सिटी ने व्यापक रूप से तैयारी की है. स्मार्ट सिल्क सिटी में कैलेंडरिंग, प्रिंटिंग, डाइनिंग आदि की आधुनिक मशीन मंगाई गई है.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन की घोषणा- बहुरेंगे बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान के दिन

सूत उत्पाद के लिए रेलिंग मशीन लाई गई है. विदेशी बाजार के प्रतिस्पर्धा में भागलपुर सिल्क को खड़ा करने के लिए उच्च गुणवत्ता के सूत उत्पादन पर भी ध्यान दिया जा रहा है. बुनकरों को गुणवत्ता युक्त धागे मुहैया कराए जा रहे हैं. जिससे वह बेहतर तरीके से वस्त्र का निर्माण कर सके. भागलपुर में सीएससी (कॉमन फैसीलेटेड सेंटर) खुलना प्रस्तावित है. सीएससी खुल जाने के बाद बुनकर एक ही छत के नीचे सभी कार्य पूरा कर सकेंगे.


महाप्रबंधक राहुल रंजन ने बताया कि कई विदेशी कंपनियों से बात हुई है. आगामी 25 अक्टूबर को दिल्ली में विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक निर्धारित थी. लेकिन त्योहार का समय होने के कारण टाल दिया गया है. बहुत जल्द ही नवंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में बैठक आयोजित होगी और उस बैठक में भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी अपने कपड़ों के बारे में बताएगी. इस बड़े पैमाने पर डिमांड होने की उम्मीद है.

महाप्रबंधक ने बताया कि कपड़े की गुणवत्ता धागे पर निर्भर करती है. विदेशी बाजार के प्रतिस्पर्धा में भागलपुर सिल्क को खड़ा करने के लिए उच्च गुणवत्ता के सूत उत्पादन पर भी ध्यान दिया जा रहा है. बुनकरों को गुणवत्ता युक्त धागे मुहैया कराए जा रहे हैं. जिससे वह बेहतर तरीके से वस्त्र का निर्माण कर सके. विदेशी बाजार के अनुरूप सिल्क के कपड़े तैयार करने के लिए डाइनिंग के स्तर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

स्मार्ट सिल्क सिटी ने इसके लिए नेफ्ट (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी) से पास आउट 6 छात्रों के साथ कॉन्ट्रैक्ट भी किया है. यह डाइनिंग के लिए काम करते हैं. निफ्ट से डिग्री हासिल करने वाले डिजाइनर डिजाइन बनाकर स्मार्ट सिल्क सिटी को उपलब्ध करा रहे हैं. जिनके आधार पर सैंपलिंग का काम किया जा रहा है.

भागलपुर: भागलपुरी सिल्क (Bhagalpuri Silk) एक बार फिर से विदेशी बाजारों में अपना रंग जमाने वाला है. इसके लिए भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी (Bhagalpur Smart Silk City) ने पहल शुरू कर दी है. सिल्क के कपड़ों की सैंपलिंग का काम चल रहा है. नवंबर में 12 से अधिक विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधि के साथ भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी के प्रतिनिधि की बैठक होगी. इसके बाद बेहतर सिल्क कपड़ों का निर्यात भागलपुर से शुरू किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें: वाराणसी की तर्ज पर विकसित होगा भागलपुर, कई शहरों में सिल्क एक्सपो लगाने की तैयारी- उद्योग मंत्री

स्मार्ट सिल्क सिटी के महाप्रबंधक राहुल रंजन ने बताया कि भागलपुर सिल्क की डिमांड पहले पूरी दुनिया में थी. बाद में गुणवत्ता की कमी और विदेशी बाजार की उम्मीदों के अनुरूप उत्पादन नहीं होने के कारण भागलपुर सिल्क की मांग घट गई. अब विदेशी बाजार की चुनौती से निपटने के लिए भागलपुर स्मार्ट सिटी ने व्यापक रूप से तैयारी की है. स्मार्ट सिल्क सिटी में कैलेंडरिंग, प्रिंटिंग, डाइनिंग आदि की आधुनिक मशीन मंगाई गई है.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन की घोषणा- बहुरेंगे बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान के दिन

सूत उत्पाद के लिए रेलिंग मशीन लाई गई है. विदेशी बाजार के प्रतिस्पर्धा में भागलपुर सिल्क को खड़ा करने के लिए उच्च गुणवत्ता के सूत उत्पादन पर भी ध्यान दिया जा रहा है. बुनकरों को गुणवत्ता युक्त धागे मुहैया कराए जा रहे हैं. जिससे वह बेहतर तरीके से वस्त्र का निर्माण कर सके. भागलपुर में सीएससी (कॉमन फैसीलेटेड सेंटर) खुलना प्रस्तावित है. सीएससी खुल जाने के बाद बुनकर एक ही छत के नीचे सभी कार्य पूरा कर सकेंगे.


महाप्रबंधक राहुल रंजन ने बताया कि कई विदेशी कंपनियों से बात हुई है. आगामी 25 अक्टूबर को दिल्ली में विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक निर्धारित थी. लेकिन त्योहार का समय होने के कारण टाल दिया गया है. बहुत जल्द ही नवंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में बैठक आयोजित होगी और उस बैठक में भागलपुर स्मार्ट सिल्क सिटी अपने कपड़ों के बारे में बताएगी. इस बड़े पैमाने पर डिमांड होने की उम्मीद है.

महाप्रबंधक ने बताया कि कपड़े की गुणवत्ता धागे पर निर्भर करती है. विदेशी बाजार के प्रतिस्पर्धा में भागलपुर सिल्क को खड़ा करने के लिए उच्च गुणवत्ता के सूत उत्पादन पर भी ध्यान दिया जा रहा है. बुनकरों को गुणवत्ता युक्त धागे मुहैया कराए जा रहे हैं. जिससे वह बेहतर तरीके से वस्त्र का निर्माण कर सके. विदेशी बाजार के अनुरूप सिल्क के कपड़े तैयार करने के लिए डाइनिंग के स्तर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

स्मार्ट सिल्क सिटी ने इसके लिए नेफ्ट (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी) से पास आउट 6 छात्रों के साथ कॉन्ट्रैक्ट भी किया है. यह डाइनिंग के लिए काम करते हैं. निफ्ट से डिग्री हासिल करने वाले डिजाइनर डिजाइन बनाकर स्मार्ट सिल्क सिटी को उपलब्ध करा रहे हैं. जिनके आधार पर सैंपलिंग का काम किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.