भागलपुर: कोरोना वायरस के खतरे को रोकने के लिए देश में 21 दिन का लॉक डाउन किया गया है. इसके कारण एक तरफ जहां आम जनमानस घरों में कैद है. वहीं, दूसरे राज्यों में काम करने वाले मजदूर के सामने गहरा संकट आन पड़ा है. वे हजारों किलोमीटर दूर अपने घरों के लिए पैदल निकल रहे हैं.
बुधवार सुबह भागलपुर के कचहरी चौक के पास 7 मजदूरों का एक जत्था दिखा. जो पैदल ही 22 मार्च को दिल्ली से बांका के बौसी के लिए निकल पड़ा था. उन्हें बौंसी के अलग-अलग गांवों को जाना है. ये सभी दिल्ली में रहकर अलग-अलग प्राइवेट सेक्टर में कार्य कर रहे थे. लेकिन, लॉकडाउन के कारण वे फंस गए.
मजदूरों ने सुनाई आपबीती
जत्थे में शामिल सुनील कुमार ने बताया कि वे लोग दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में काम करते थे. लॉकडाउन के कारण सारा काम बंद हो गया, कंपनी बंद हो गई. जिस वजह से उन्हें काम नहीं मिल रहा था. वहां खाने-पीने सहित रहने की परेशानी हो रही थी इसलिए पैदल ही घर के लिए निकल गए. वहीं, सत्यवीर ने बताया कि काम बंद होने के कारण मकान मालिक भी उनसे जाने के लिए कह रहे थे. दिल्ली में रहने की परेशानी हो रही थी. खाने-पीने के लिए राशन भी नहीं था. इसलिए वे पैदल निकल पड़े.
रास्ते में हुई काफी परेशानी
मजदूरों ने बताया कि बीते 22 मार्च को वे दिल्ली से चले और रात-दिन पैदल यात्रा कर भागलपुर पहुंचे हैं. भागलपुर में थोड़ी देर विश्राम करने के बाद फिर सभी बोसी के लिए निकलेंगे. इस दौरान जत्थे में शामिल लोगों ने बताया कि रास्ते के स्वास्थ्य कैंप में सभी लोगों का चेकअप भी किया गया है.