भागलपुर: जिले से एक मानवीय संवेदना झकझोरने वाली खबर सामने आई है. मां की तलाश में हाथ में तस्वीर लेकर तीन मासूम बच्चे डीआईजी से मिलने पहुंचे. इन बच्चे की मां 1 साल से घर नहीं आई है. बच्चे लगातार अपनी मां की तलाश में कभी गोराडीह थाना, कभी महिला थाना तो कभी एसएसपी कार्यालय का चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं, लेकिन पुलिस उसकी मां को साल भर में भी नहीं खोज पाई है.
दरअसल, 1 साल पहले भागलपुर के गोराडीह थाना क्षेत्र के कालिकापुर के रहने वाले श्रीकांत पासवान की पत्नी रिंकू देवी बैंक से पैसा निकालने के लिए गई थी. इसके बाद वह लौटकर नहीं आई है. इस मामले में गोराडीह थाना में 9 अक्टूबर को मामला दर्ज किया गया. लेकिन आज तक पुलिस रिंकू देवी का पता नहीं चक सका. इस बात की जानकारी रिंकू के पति श्रीकांत पासवान को फोन पर दिया गया. वह मुंबई में मजदूरी का काम करता था. सूचना के बाद श्रीकांत मुंबई से लौटकर आया.
हालांकि डीआईजी से पीड़ित तीनों बच्चों की मुलाकात नहीं हो सकी. डीआईजी विभागीय काम से पटना में है. ऐसे में बच्चे आवेदन कार्यालय में सौंप कर वापस अपने मामा के साथ घर चए गए.
'मम्मी की आती है बहुत याद'
डीआईजी कार्यालय मिलने पहुंची 5 वर्षीय वंदना कुमारी ने कहा कि उसकी मां को उसकी चाची लेकर गई. चाची वापस आ गई. लेकिन मां वापस नहीं आई है. इसलिए आज हम पुलिस 'अंकल' से मम्मी को खोज लाने के लिए कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि मम्मी जब घर से जा रही थी. तो चाची ने कहा था हम सभी को घर पर ही छोड़ दो . उन्होंने कहा कि मम्मी की बहुत याद आती है.
'नहीं हुई अब तक कोई कार्रवाई'
रिंकू देवी के भाई मनीष कुमार पासवान ने कहा कि केस दर्ज होने के बाद हम लोग लगातार भटक रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक को मेल किया है. लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. थक हार गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि साल भर बीत गए और अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
'जांच-पड़ताल जारी'
इस संबंध में लॉ एंड आर्डर डीएसपी निसार अहमद शाह ने फोन पर बातचीत में कहा कि मामले में कार्रवाई चल रही है. फोन के लास्ट लोकेशन के आधार पर जांच पड़ताल किया जा रहा है, जिस नंबर से लास्ट बार बातचीत हुई थी. उनसे भी पूछताछ की जा रही है. जल्द ही महिला को बरामद कर लिया जाएगा.