भागलपुर: एक तरफ जहां जरूरतमंद गरीब परिवार राशन कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगा रहे हैं, उन परिवारों का कार्ड नहीं बन पा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ उपभोक्ता के नाम से बन चुके राशन कार्ड के वितरण में घोर लापरवाही बरती जा रही है. कार्ड के एवज में उनसे पैसे वसूले जा रहे हैं. मामला शहर के मुंदीचक का है. जहां वार्ड नंबर 37 की विकास मित्र बबीता देवी के पति राशन कार्ड के बदले लोगों से पैसे ऐंठ रहे थे.
दरअसल बबीता देवी के पति मुंदीचक में एक जनरल स्टोर का संचालन करते हैं. डिप्टी मेयर राजेश वर्मा को सूचना मिली कि विकास मित्र के पति की दुकान में सैकड़ों राशन कार्ड पड़े हैं. जिसके एवज में लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं. जिसके बाद राजेश वर्मा मौके पर पहुंचे. उन्होंने इसकी जानकारी एसडीओ आशीष नारायण को दी. एसडीओ ने एमओ अंजनी कुमार को जांच का निर्देश दिया. अंजनी कुमार मौके पर पहुंचकर छानबीन की तो दुकान से 200 राशन कार्ड बरामद हुए. उसके एवज में लोगों से 20 से 30 रुपए लिए जा रहे हैं.
अनुमंडल कार्यालय से मिला था राशन कार्ड- विकास मित्र
विकास मित्र बबीता देवी ने बताया कि दुकान उसके पति है. वह राशन कार्ड दुकान में रखकर हाजिरी बनाने गई थी. इस दौरान पति कार्ड के एवज में लोगों से पैसे लिए. उनके पास वार्ड नंबर 36, 37 और 38 का राशन कार्ड था. कार्ड अनुमंडल कार्यालय से उपभोक्ताओं को बांटने के लिए दिया गया था.
डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने बताया कि जरूरतमंद परिवार राशन कार्ड के लिए भटक रहे हैं. ऐसे में एक दुकान से 3 वार्ड का राशन कार्ड बरामद होना प्रशासन पर सवाल खडे़ करता है. इसके एवज में पैसे लिए जा रहे हैं. 20 अगस्त को ही इन्हें कार्ड मिला है. अभी तक इसका वितरण क्यों नहीं हो सका था.
'दोषियों पर होगा कार्रवाई'
वही, सदर एसडीओ आशीष नारायण ने कहा कि राशन कार्ड उपभोक्ताओं के बीच बांटने के लिए विकास मित्र को दिया गया था. घर-घर जाकर कार्ड का वितरण करना था. लेकिन कार्ड को एक दुकान में रखकर पैसे वसूलने की जानकारी मिली है. इसकी जांच के लिए एमओ के नेतृत्व में टीम बनाया गया है. जांच में दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.