बेगूसराय: दिन अब महीने में तब्दील हो गई है. पर मीनाक्षी की हत्या का रहस्य नहीं सुलझ पा रहा है. हत्यारे कौन है? किसने उस मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाया और किसने उसकी निर्मम हत्या कर शव को फेक दिया है. यह सब सवालों के घेरे में है.
वहीं, एक महीना बीत जाने के बाद भी हत्यारे पुलिस की पकड़ से बाहर है. मीनाक्षी के दादा पुलिस अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर काटते फिर रहे है. उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ हाथ नहीं लग पा रहा है.
पोती को न्याय दिलाने के लिए दादा हुए परेशान
दरअसल, बेगूसराय के वीरपुर थाना के भावानंदपुर गांव में एक महीने पहले सातवीं क्लास की छात्रा मीनाक्षी की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी थी और शव को नदी में फेंक दिया गया था. वहीं, पोती को न्याय दिलाने के लिए दादा दर-दर की ठोकर खाने को विवश हैं.
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पुलिस के हाथ खाली, अपराधी नहीं हुए गिरफ्तार
वहीं, ग्रामीणों के साथ उन्होंने एसपी से न्याय की गुहार लगाई. इस दौरान पुलिस अधीक्षक से मिलने आए ग्रामीण अमित कुमार ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि एक महीने के बाद भी अपराधी पुलिस के हाथ नहीं लगा है.
13 फरवरी की घटना
बता दें कि मीनाक्षी 13 फरवरी को घर से बिस्कुट लाने बाहर निकली थी. उसके बाद उसका कोई अता-पता नहीं चला. जिसके बाद 17 फरवरी को उसका शव नदी से बरामद किया गया. परिजनों ने आरोप लगाया है कि हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था.