बेगूसराय: जिले में चुनाव का परिणाम मंगलवार की शाम से ही आना शुरू हो गया था. लेकिन मटिहानी और बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पेंच फंस जाने के कारण मतगणना की प्रक्रिया देर रात पूरी हो सकी. इस घोषित परिणाम में सबसे बड़े हार का सामना जदयू को करना पड़ा है. इसके तीन विधायक चुनाव लड़ रहे थे और तीनों विधायक हार गए हैं.
तेघड़ा विधानसभा में सबसे बड़ी हार
जिले में चुनावी परिणाम के बाद सबसे बड़ी हार तेघड़ा विधानसभा में हुई है. यहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राम रतन सिंह ने राजद छोड़कर जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे वीरेंद्र कुमार को 47,979 मतों से पराजित किया है. वहीं सबसे भीषण मुकाबला का सामना मटिहानी में चार बार के विधायक रहे नरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह को करना पड़ा. उन्हें लोजपा के राजकुमार सिंह ने मात्र 333 वोटों से हराया है.
रिकाउंटिंग में जीत
राजकुमार सिंह बिहार में लोजपा से चुनाव जीतने वाले एकमात्र विधायक हैं. रात में रिजल्ट फाइनल होने के बाद रिकाउंटिंग की बात हुई और दो बार वीवीपैट की हुई. रिकाउंटिंग के बाद राजकुमार सिंह को विजय घोषित किया गया.
पूर्व समाज कल्याण मंत्री की हुई हार
बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर में निवर्तमान विधायक और पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को भी बड़ी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें पूर्व सांसद रहे राजद के राजवंशी महतो ने 40897 मतों से पराजित किया है. जबकि साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र में राजद के सतानंद सम्बुद्ध ने भाजपा छोड़कर जदयू में आए शशिकांत कुमार शशिकांत उर्फ अमर कुमार को 14,225 वोटों से पराजित किया.
भाकपा और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर
बेगूसराय में भाजपा की जीत हुई और यहां कुंदन कुमार ने निवर्तमान विधायक और बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमिता भूषण को 4554 वोट से पराजित किया है. बखरी में भी भाकपा और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर हुई है. इसमें भाकपा के सूर्यकांत पासवान ने भाजपा के राम शंकर पासवान को 777 वोटों से पराजित किया है, जबकि बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हुए कांटे की टक्कर में भाजपा के सुरेंद्र मेहता ने भाकपा के अवधेश राय को 484 वोट से पराजित किया है.
ईवीएम को किया गया रिसीलिंग
पूर्व विधायक रहे रामदेव राय के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी शिव प्रकाश गरीबदास ने खूब वोट काटे. वहीं अंततः इसका फायदा भाजपा को मिला. फिलहाल बुधवार की सुबह आधिकारिक परिणाम घोषित करने के बाद जिला प्रशासन को चैन मिला है. इसके साथ ही सभी ईवीएम का रिसीलिंग कर दिया गया है.