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पब्लिक स्कूल एसोसिएशन का धरना प्रदर्शन, कहा- संस्थानों को बंद करना सौतेला व्यवहार

निजी शिक्षकों के बदतर जीवन को सुधारने की मांग को लेकर सोमवार को पब्लिक स्कूल एसोसिएशन की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया.आक्रोशित शिक्षकों ने अपनी मांग के समर्थन में समाहरणालय मुख्य द्वार पर बैठ गया और पूरी तरह आवाजाही पर रोक दिया.

Public school association
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Published : Apr 13, 2021, 1:20 PM IST

बेगूसराय: जिले में एक वर्ष से छात्रों के खत्म होते भविष्य और निजी शिक्षकों के बदतर जीवन को सुधारने की मांग को लेकर सोमवार को पब्लिक स्कूल एसोसिएशन की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन मुख्यालय स्थित समाहरणालय के उत्तरी मुख्य द्वार पर आयोजित की गई. आक्रोशित शिक्षकों ने अपनी मांग के समर्थन में मुख्य द्वार पर पूरी तरह आवाजाही पर रोक दिया.

इस दौरान पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि एक तरफ भारत के भविष्य बच्चों का जीवन बर्बाद हो रहा है तो दूसरी तरफ शिक्षा के क्षेत्र में जितने भी लोग काम करने वाले हैं वे भूखे मर रहे हैं. उन्होंने कहा ये कोई मजाक है.

ये भी पढ़ें: चैत्र नवरात्र 2021 : नवरात्रि में घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं माता रानी, पूरे नौ दिन रहेंगे नवरात्र

'एक वर्ष तक बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किए किसी संस्थान को बंद करना क्या यह उचित काम है. डब्लूएचओ के विशेषज्ञ द्वारा यदि निर्देश दिया जाता है कि कोरोना से बच्चे सुरक्षित नहीं रह सकते तो देश में पूर्ण लॉकडाउन हो. एक ओर चुनाव और दूसरी तरफ शिक्षण संस्थानों को बंद करना यह सौतेला व्यवहार नहीं चलेगा': राजेश कुमार, जिला अध्यक्ष, पब्लिक स्कूल एसोसिएशन

बेगूसराय: जिले में एक वर्ष से छात्रों के खत्म होते भविष्य और निजी शिक्षकों के बदतर जीवन को सुधारने की मांग को लेकर सोमवार को पब्लिक स्कूल एसोसिएशन की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन मुख्यालय स्थित समाहरणालय के उत्तरी मुख्य द्वार पर आयोजित की गई. आक्रोशित शिक्षकों ने अपनी मांग के समर्थन में मुख्य द्वार पर पूरी तरह आवाजाही पर रोक दिया.

इस दौरान पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि एक तरफ भारत के भविष्य बच्चों का जीवन बर्बाद हो रहा है तो दूसरी तरफ शिक्षा के क्षेत्र में जितने भी लोग काम करने वाले हैं वे भूखे मर रहे हैं. उन्होंने कहा ये कोई मजाक है.

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