बेगसूराय: अपने कारनामों के लिए मशहूर बेगूसराय की पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है. दरअसल सीमा विवाद का बहाना बनाकर पुलिस लूट की घटना के बाद अपराधियों पर एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रही है. आलम यह है कि पीड़ित कभी बलिया थाना तो कभी किसी और थाने का चक्कर लगाकर परेशान हो रहा है.
अपराधियों ने की मारपीट
दरअसल, 15 सितंबर की रात मुकेश पिकअप वैन से माल अनलोड कर वापस लौट रहा था. इसी दौरान बलिया थाना क्षेत्र के बरियारपुर के पास कुछ अपराधियों ने वैन को रोककर लूटपाट की. साथ ही अपराधियों ने मुकेश को बंधक बनाकर उसके साथ जमकर मारपीट भी की. उसके बाद अपराधी मुकेश को सुनसान इलाके में ले जाकर फेंक दिया और पिकअप वैन लेकर फरार हो गया.
मदद की लगाई गुहार
जब मुकेश को होश आया तब उसने स्थानीय लोगों से मदद की गुहार लगाई. फिर लोगों ने उसका इलाज करा कर उसे बेगूसराय भेज दिया. जिसके बाद पीड़ित बलिया थाना में एफआईआर दर्ज कराने गया. लेकिन पुलिस सीमा विवाद का बहाना बनाकर मामला दर्ज नहीं कर रही.
पुलिस की लापरवाही
सूबे के मुखिया और बिहार के डीजीपी ने पुलिस और पब्लिक को फ्रेंडली बनाने की मुहिम चलाई है. लेकिन पुलिस सीमा विवाद के चक्कर में लूट जैसे मामलों का एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रही है. पुलिस की लापरवाही के चलते वरीय पुलिस अधिकारियों को शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है.