बेगूसराय: नगर निगम वार्ड-34 के जवाहर कॉलोनी के लोग गंदे नाले के पानी और टूटी सड़क की समस्या से बीते पांच सालों से परेशान हैं. मोहल्ले के लोगों का दर्द न नगर निगम और न ही स्थानीय विधायक सुन रहे हैं. हालात ये है कि गंदे नाले का पानी ही अब इस मोहल्ले की पहचान बन चुकी है. आम लोगों की गुहार पर ईटीवी भारत की टीम ने इस मोहल्ले का दौरा किया, जहां कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
'लोग बीमार पड़ रहे हैं'
स्थानीय लोगों के मुताबिक टूटी सड़क और नालों से सड़क पर बहते पानी के कारण बीते कई वर्षों से मोहल्ले के लोग नारकीय जिंदगी जी रहे हैं. लोगों ने कहा कि जिस सड़क पर नाले का पानी जमा है, ये सड़क कई अन्य मोहल्ले के लिए भी मुख्य सड़क है. स्थानीय के मुताबिक हर आने-जाने वाले व्यक्ति को इस गंदगी वाले पानी से होकर ही निकलना पड़ता है. वहीं, गंदे पानी के दुर्गंध से अब लोग बीमार पड़ रहे हैं.
'गिरकर घायल हो चुके हैं छात्र-छात्राएं'
लोगों ने बताया कि 2 वर्ष पहले इसी नाले के पानी में डूबने से एक छोटे बच्चे की मौत भी हो चुकी है. स्थानीय कुणाल कुमार बताते हैं कि अपने समस्याओं के निदान के लिए हम लोग कई बार नगर निगम और सदर विधायक अमिता भूषण से मदद की गुहार लगाएं है, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला. गंदे नाले के पानी के कारण कोचिंग जाने वाले छात्र-छात्राओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार साइकिल से इस गंदे पानी में छात्र-छात्राएं गिरकर घायल भी हो चुके हैं.
'अक्सर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं लोग'
स्थानीय महिलाओं के मुताबिक बीते 5 वर्षों से गंदे नाले के पानी के साथ रहना अब उनकी मजबूरी बन गई है. महिलाओं ने कहा कि उनके यहां जो गेस्ट आते हैं वो भी यही बोल कर आते हैं कि आप लोग बहुत गंदे मोहल्ले में रहते हैं. किसी भी तरह के काम के लिए आप घर से बाहर निकले हैं, तो इस गंदे पानी से होकर ही गुजरना पड़ेगा. गंदगी के कारण मोहल्ले के लोग अक्सर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं.
'विधायक बनने के बाद नहीं आई है कभी मोहल्ले में'
महिलाओं ने आरोप लगाया कि बेगूसराय सदर विधायक अमिता भूषण महिला होने के बावजूद भी महिलाओं का दर्द नहीं समझती हैं. कई बार मदद की गुहार लगाने के बाद भी आज तक इस मोहल्ले के लोगों का परेशानी जानने का प्रयास उन्होंने नहीं किया. चुनाव में वोट मांगने के बाद विधायक पलट कर इस मोहल्ले में कभी नहीं आई है.