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बेगूसराय: एक्जाम शेड्यूल से परेशान छात्रों ने खुद को बनाया बंधक, मानसिक प्रताड़ना का आरोप

छात्रों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही और मनमानी का आरोप लगाया और प्रिंसिपल को हटाने की मांग को लेकर घंटो हंगामा मचाया. जिसके बाद छात्रों ने स्कूल में ही खुद को बंदी बना लिया.

प्रिंसिपल बदलने की मांग करते छात्र
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Published : Jul 30, 2019, 8:41 PM IST

बेगूसराय: जिले के बिशुनपुर नवोदय विद्यालय में मानसिक प्रताड़ना का मामला सामने आया है. यहां स्कूल के छात्रों ने विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर खुद को बंदी बना लिया. आरोप है कि, छात्रों को मानसिक रूप से टॉर्चर किया जाता है. इसके साथ ही स्कूल में सुविधाओं का भी अभाव है.

बता दें कि परीक्षा शेडयूल में हुए परिवर्तन से छात्र नाराज हैं. इनका कहना है कि एक दिन में दो विषयों की परीक्षा होने की सूचना हमें अभी-अभी दी गयी है. इससे पहले एक दिन में एक विषय की परीक्षा होने वाली थी. ऐसे में हम तैयारी कैसे करेंगे. इसके विरोध में आक्रोशित छात्रों ने नारेबाजी की और स्वयं को हॉस्टल में कैद कर लिया.

बच्चों से बातचीत को तैयार प्रिंसिपल

सुविधाओं का भी है अभाव
बच्चे सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं. विद्यालय में ना तो पानी की समुचित व्यवस्था है और ना ही बच्चों को ढंग का खाना दिया जाता है. इसके अलावा छात्रों ने योग्य शिक्षकों की भी कमी बताया. व्यवस्था से परेशान छात्रों ने प्रिंसिपल को बदलने की भी मांग की है. गौरतलब है कि 2 साल पहले भी छात्रों ने आंदोलन किया था और इसी प्रकार अपने आप को हॉस्टल में कैद कर लिया था.

बिहार
आक्रोशित छात्र

'बच्चों से बातचीत को हमेशा तैयार'
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि ये कमिटी का रूटीन है और पूरे देश भर के नवोदय विद्यालय में एक साथ लागू किया जाता है. हमें ये निर्देश मिलता है कि इस रूटीन को बच्चों के सहयोग से लागू करें. इस नए नियम में बच्चों को एडजेस्ट होने में परेशानी हो रही है, जिसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा. साथ हीं उन्होंने कहा कि हम चौबीस घंटे बच्चों की मदद को तैयार हैं. छात्रों ने हमें बिना सूचित किए यह सब किया है. ऐसी कोई बड़ी बात नहीं है, हम बच्चों से बातचीत को हमेशा तैयार हैं.

बेगूसराय: जिले के बिशुनपुर नवोदय विद्यालय में मानसिक प्रताड़ना का मामला सामने आया है. यहां स्कूल के छात्रों ने विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर खुद को बंदी बना लिया. आरोप है कि, छात्रों को मानसिक रूप से टॉर्चर किया जाता है. इसके साथ ही स्कूल में सुविधाओं का भी अभाव है.

बता दें कि परीक्षा शेडयूल में हुए परिवर्तन से छात्र नाराज हैं. इनका कहना है कि एक दिन में दो विषयों की परीक्षा होने की सूचना हमें अभी-अभी दी गयी है. इससे पहले एक दिन में एक विषय की परीक्षा होने वाली थी. ऐसे में हम तैयारी कैसे करेंगे. इसके विरोध में आक्रोशित छात्रों ने नारेबाजी की और स्वयं को हॉस्टल में कैद कर लिया.

बच्चों से बातचीत को तैयार प्रिंसिपल

सुविधाओं का भी है अभाव
बच्चे सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं. विद्यालय में ना तो पानी की समुचित व्यवस्था है और ना ही बच्चों को ढंग का खाना दिया जाता है. इसके अलावा छात्रों ने योग्य शिक्षकों की भी कमी बताया. व्यवस्था से परेशान छात्रों ने प्रिंसिपल को बदलने की भी मांग की है. गौरतलब है कि 2 साल पहले भी छात्रों ने आंदोलन किया था और इसी प्रकार अपने आप को हॉस्टल में कैद कर लिया था.

बिहार
आक्रोशित छात्र

'बच्चों से बातचीत को हमेशा तैयार'
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि ये कमिटी का रूटीन है और पूरे देश भर के नवोदय विद्यालय में एक साथ लागू किया जाता है. हमें ये निर्देश मिलता है कि इस रूटीन को बच्चों के सहयोग से लागू करें. इस नए नियम में बच्चों को एडजेस्ट होने में परेशानी हो रही है, जिसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा. साथ हीं उन्होंने कहा कि हम चौबीस घंटे बच्चों की मदद को तैयार हैं. छात्रों ने हमें बिना सूचित किए यह सब किया है. ऐसी कोई बड़ी बात नहीं है, हम बच्चों से बातचीत को हमेशा तैयार हैं.

Intro:एंकर-प्रतिष्ठित संस्थानों में एक नवोदय विद्यालय बेगूसराय और विवाद जैसे चोली दामन का साथ है।आज भी दर्जनों छात्रों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही और मनमानी का आरोप लगाया और प्रिंसीपल को हटाने की मांग को लेकर घंटो हंगामा मचाया।


Body:vo- देश के प्रतिष्ठित विद्यालयों में से एक नवोदय विद्यालय की बेगूसराय इकाई में आज छात्रों ने फिर एक बार जमकर हंगामा किया है ।छात्रों ने विद्यालय प्रबंधन पर अनियमितता सहित मानसिक रूप से टॉर्चर करने का आरोप लगाया है ।अपने प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने हॉस्टल के मुख्य द्वार को बंद कर दिया तथा अपने आप को ही बंदी बना लिया। छात्रों ने बताया कि विद्यालय में ना तो पानी की समुचित व्यवस्था है ना खाना ढंग से दिया जाता है और ना ही पढ़ाई के लिए योग्य शिक्षक है। साथ ही साथ छात्रों ने आरोप लगाया कि पूर्व में 1 दिन में एक ही विषय की परीक्षा ली जाती थी लेकिन अब विद्यालय प्रबंधन की मनमानी से 1 दिन में दो विषयों की परीक्षा देने की बात कही जा रही है, जिससे छात्रों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा।
गौरतलब है कि 2 साल पूर्व भी छात्रों ने आंदोलन किया था तथा अपने आप को हॉस्टल में कैद कर दिया था ।आज के प्रदर्शन
के दौरान छात्रों ने अपने शरीर को गमछे से ढक लिया था।छात्र विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रिंसिपल को बदलने की मांग कर रहे है।
बाइट-छात्र
बाइट-छात्र
vo-इस बाबत जब प्रिंसीपल से उनका पक्ष जानने का प्रयाश किया तो उन्होंने कहा की छात्रों के साथ बैठक कर समस्या के समाधान का प्रयाश किया जाएगा।


Conclusion:।।
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