बेगूसराय: शहीद पिंटू सिंह आज पंचतत्व में विलीन हो गए. उनकी चार साल की मासूम बेटी पीहू ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस दौरान वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गई. वहीं, किसी भी नेता के एयरपोर्ट पर न आने पर उनके परिजन ने कहा कि इससे पता चलता है सरकार शहीदों का कितना सम्मान करती है.
परिजन के भाई ने कहा कि शहीद को श्रद्धांजलि देने के बजाय रैली को ज्यादा महत्व दिया गया. सभी अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं. इससे पता चलता है कि सरकार सैनिकों के लिए कितनी मददगार है.
'सरकार ने अपमान किया है'
उन्होंने कहा कि ऐसा करना शहीदों का अपमान हुआ. एक तरफ सरकार बोलती है कि हम शहीदों के साथ है, दूसरी तरफ एयरपोर्ट पहुंचकर श्रद्धांजलि देना जरूरी नहीं समझती है.
नम आंखों से दी गई श्रद्धांजलि
जिले के ध्यान चक्की गांव में शहीद पिंटू सिंह का शव जैसे ही उनके गांव पहुंचा. हजारों की संख्या में लोगों ने भारत माता के नारे लगाने शुरू कर दिए. छह किलोमीटर तक अंतिम विदाई के दौरान पदयात्रा किया गया. लोग तिरंगे को लेकर शहीद पिंटू सिंह जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. सभी ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी.
हजारों की संख्या में मौजूद रहे लोग
शहीद पिंटू सिंह का शव आज उनके पैतृक आवास लाया गया. यहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान उनके दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. सभी पिंटू सिंह अमर रहे का नारा लगा रहे थे.