बेगूसरायः मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर विवाद में रहते हैं. बेगूसराय के विष्णुपुर एमआरजेडी कॉलेज में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्षी दलों पर राजनीति करने का आरोप लगाया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी को दोगली पार्टी बताया.
दोगली पार्टी बताया
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन में किसान कम, थके मारे ऐसे ज्यादा हैं, जिन्हें जनता ने रिजेक्ट कर दिया. गिरिराज सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी दोनों ही दल को दोगला बता दिया. हालांकि डैमेज कंट्रोल करते हुए उन्होंने इसकी व्याख्या भी की. उन्होंने बताया कि दोगला संवैधानिक शब्द है. जिसका अर्थ है जिसकी दो जुबान चलती है.
कृषि कानून के समर्थन में किसान
इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के किसान कृषि कानून के समर्थन में हस्ताक्षर कर रहे हैं. किसान प्रधानमंत्री से कह रहे हैं कृषि कानून वापस न हो. आज मोदी का विरोध करते-करते लोग देश का विरोध करने लगे हैं. सीएए के समर्थक कहते हैं मैं किसान आंदोलन का समर्थक हूं. खालिस्तान जिंदाबाद कह रहे हैं. कांग्रेस अपना खोया हुआ जनाधार वापस लाने के लिए तरह-तरह की योजना बना रही है.
2022 में किसान की आय होगी दोगुनी
मोदी ने संकल्प लिया है कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का और यह होकर रहेगा. भारत के कृषि मंत्री ने साफतौर से कहा है कि हम सुझाव के लिए 5 बार क्या 25 बार दरवाजा खोले हुए हैं. लेकिन जो कृषि कानून के नाम पर कांग्रेस पार्टी और राजनीतिक दल किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर के कृषि कानून का विरोध करते-करते मोदी का विरोध करने लगे हैं.
टीएमसी में है ममता का आतंक
वहीं गिरिराज सिंह ने बंगाल चुनाव पर कहा कि अमित शाह के चेहरे में सरदार पटेल का चेहरा देखता हूं. बंगाल में जो देश विरोधी नीतियां हैं उसका सफाया होगा. टीएमसी के टूट पर कहा कि कई विधायक भाजपा में शामिल हो रहे हैं. टीएमसी के मंत्री भाजपा में शामिल हो रहे हैं. ममता के आतंक के विरोध में पूरी पार्टी हो गई है. ममता तुष्टीकरण की प्रतीक बन गई हैं. वहां गैर मुस्लिम हिंदुओं का रहना दुर्लभ हो गया है.