बेगूसराय: लॉकडाउन के कारण किस्त भरने में नाकाम महिलाओं को 3 महीने की मोहलत दिए जाने की मांग को लेकर फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने पन्हास स्थित जिला कार्यालय में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया. महिलाओं का आरोप है कि माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की ओर से लगातार गरीबों के ऊपर किस्त जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है.
किस्त भरने के लिए बनाया जा रहा दबाव
फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिलाध्यक्ष प्रदीप क्षत्रिय ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उत्पन्न बेरोजगारी से गरीबों के घर में भूखमरी की स्थिति हो गई है. ऐसे में गरीब महिलाएं भला किस तरह से माइक्रो फाइनेंस कंपनी की किस्त चुकाएंगी. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लोग परेशान हैं. वहीं, इस दौरान फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि माइक्रो फाइनेंस कंपनियां किस्त नहीं चुकाये जाने पर ब्याज जोड़ने की धमकी दे रहे हैं.
'अब तो पति भी घर बैठ गए'
कार्यकर्ताओं का कहना है कि काम के अभाव में उनके पति दूसरे प्रदेश से घर पहुंच चुके हैं और स्थानीय स्तर पर भी कोई काम नहीं कर रहे हैं. ऐसे में किस्त जमा करने में परेशानी हो रही है और कंपनी की ओर से दबाव बनाया जा रहा है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की है कि ऐसी कंपनियों पर 3 महीने दबाव न बनाने का आदेश दिया जाए. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी अगर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तो वह चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.