बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय के सिमरिया घाट मिथिला क्षेत्र को धार्मिक नगरी के रूप में जाना जाता है. यहां पर अब नमामि गंगे प्रोजेक्ट (Namami Gange Project) के तहत 11 करोड़ की राशि से कई बदलाव किए जाएंगे. जिसके बाद हरकी पौड़ी जैसा स्वरूप और यहां आने वाले श्रद्धलाओं को हर सुविधा मिलने लगेगी. मिथिला क्षेत्र की पावन भूमि सिमरिया धाम में हरिद्वार की तर्ज पर हरकी पौड़ी की तरह निर्माण कार्य योजना केंद्रीय मंत्री के पहल के बाद शुरू हो गई है.
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सिमरिया घाट का होगा कायाकल्प : मिली जानकारी के अनुसार नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत 11 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य योजना पूरी की जाएगी. यहां श्रद्धालुओं की हमेशा भीड़ लगी रहती है. बता दें कि बेगूसराय जिले में गंगा नदी जिले के 70 किलोमीटर की दूरी से होकर गुजरती है. जहां जिले की 40 फीसदी की आबादी बसती है. हांलाकि इसके निर्माण से सबसे ज्यादा लाभ गंगा किनारे तीर्थ, गंगा स्नान या दाह संस्कार के लिए आने वाले लोगों को मिलेगा.
11 करोड़ की राशि से होगा निर्माण : स्थानीय मुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार ने इसको लेकर कहा कि- 'हरिद्वार की हरकी पौड़ी की तर्ज पर लगभग 11 करोड़ की लागत से सिमरिया घाट का भव्य सौन्दर्यीकरण का काम होगा. सिमरिया गंगा घाट पर नमामी गंगे की योजना से हो रहे सौन्दर्यीकरण निर्माण कार्य से श्रद्धालुओं के लिए चेंजिंग रुम, हाई मस्ट लाइट, एप्रोच रोड, पेयजल, सहित सीढ़ी और सुरक्षा के दृष्टिकोण से लोहे के जंजीर की बैरिकेटिंग सहित शौचालय से सुसज्जित सुविधा मिल पाएगी.'
'मई 2023 में सिमरिया में हरिद्वार की तर्ज पर हर की पौड़ी श्रद्धालुओं को समर्पित हो जाएगा.' - रोहित चौरसिया, जूनियर इंजीनियर
सिमरिया घाट का होगा सौंदर्यीकरण : गौरतलब है कि बेगूसराय के सिमरिया धाम के समेकित विकास और पर्यटकीय स्थल के रूप में इसे विकसित करने की योजना को लेकर मुख्य सचिवालय के सभागार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की उपस्थिति में एक पिछले साल एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. जिसमें संबंधित कई महत्वपूर्ण बातों पर विचार-विमर्श किया गया था. अब उस कार्य योजना को लागू करने की कवायद शुरू हो गई है.